
राजस्व मंडल में हुई सचिव के पद पर नियुक्ति………जिसको लेकर एक समाचार चला था उस पर यह कहावत सटीक बैठती है अधजल गगरी छलकत जाये………इस नियुक्ति में शासन की एक भारी लापरवाही भी उजागर हुई है…….. पढ़ें पूरी खबर
रायपुर : बिलासपुर राजस्व मंडल में हुई सचिव की नियुक्ति
आपको ज्ञात होगा कि बिलासपुर राजस्व मंडल में सचिव का पद कुछ समय से रिक्त था जिस पर कुमार लाल चौहान (भाप्रसे) की पदस्थापना आदेश छत्तीसगढ़ शासन ने जारी किया है आपको ज्ञात होगा कि गत वर्ष जून माह में बलौदा बाजार अग्नि कांड में तात्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान जिला बलौदा बाजार को निलंबित कर दिया गया था निलंबन आदेश 13/ 6 /20 24 को जारी किया गया था अब श्री चौहान का निलंबन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाप्त करते हुए दिनांक 16 /1/ 20 25 को उन्हें अपर संभागीय आयुक्त बिलासपुर संभाग के पद पर पदस्थ करते हुए अतिरिक्त प्रभार के रूप में सचिव राजस्व मंडल बिलासपुर का प्रभार सौंपा गया

उक्त आदेश का पालन करते हुए कुमार लाल चौहान के द्वारा दिनांक 20 /1/25 को राजस्व मंडल बिलासपुर में ज्वॉइन कर लिया गया है हम आपको बता दें कि कल एक समाचार में कपोल कल्पित समाचार का प्रकाशन किया गया था कि एक निलंबित आई ए एस का पदस्थापना आदेश अभी जारी हुआ ही नहीं है और वो अधिकारी अपनी अनुमानित विभाग प्राप्ति की आशा में निलंबन से बहाली के पूर्व सम्बंधित कार्यालय में लक्जरी कार हेतु दबाव बना रहे हैं ऐसे समाचार अपनी अगम्भीरता की प्रकृति को दर्शाते हैं साथ ही समाचार की विश्वसनीयता को कहीं न कहीं प्रभावित भी करते हैं सार्थक व सत्यता की पड़ताल किये बिना आधी अधूरी अपुष्ट जानकारी वाले समाचार भ्रामकता की श्रेणी में तो आते ही हैं साथ ही संबंधित की छवि को प्रभावित करने का प्रयास जैसा प्रतीत होता है ।

बेहतर होगा कलमवीर बनने के पूर्व सत्यवीर भी बना जाए सत्यता से परे समाचार छाप कर किसी भी अधिकारी की छवि को प्रभावित करने का प्रयास करना योग्य लेखनी की श्रेणी में तो कदापि नहीं आता यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्व मंडल के पास एक भी शासकीय वाहन नहीं है जितने भी वाहन वर्तमान में उपलब्ध हैं वह सब किराए पर लिए गए हैं वहां मात्र दो ही वाहन चल रहे हैं और वह दोनों ही वाहन राजस्व मंडल अध्यक्ष के पास है राष्ट्रीय जगत विजन ने राजस्व मंडल कार्यालय से वाहन के संबंध में दूरभाष पर जानकारी ली गई तो की तो उक्त दो वाहन संबंधी जानकारी प्राप्त हुई उनके द्वारा यह भी कहा गया कि यहां गाड़ी ही नहीं है तो देने और मांगने का दबाव बनाने का सवाल ही नहीं उठता इसके साथ ही शासन की एक गंभीर चूक भी सामने आई जिस पर यह कहा जा सकता है कि मंत्रालय में बैठे अधिकारियों की लापरवाही ही है कि जो पद राजस्व मंडल में है ही नहीं उस पद के लिए भी पदस्थापन संबंधी आदेश जारी कर दिया गया है जिनके पालन में संबंधित द्वारा जब अपनी ज्वॉइनिंग देने राजस्व मंडल कार्यालय गये तो उन्हें बताया गया कि यह पद राजस्व मंडल में है ही नहींइस तरह की गलती ऊपर मंत्रालय में बैठे अधिकारियों के द्वारा की जा रही है क्या इससे सुशासन की विष्णु देव साय सरकार की किरकिरी या बदनामी नहीं हो रही है इस पर तत्काल ध्यान देते हुए ऐसे अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी ग़लती की पुरावृत्ति न हो
