राजस्थान : राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि अगर सचिन पायलट के साथ 80 फीसदी विधायक नहीं हुए तो हम मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ देंगे। सचिन पायलट से बेहतर राजस्थान की कांग्रेस पार्टी की सेहत के लिए कोई भी नहीं हो सकता है।
भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले राजस्थान में एकबार फिर सियासत गरमाने लगी है। सीएम गहलोत के पायलट को लेकर बयान के बाद राजस्थान सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान से सियासी उबाल देखने को मिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि सचिन पायलट के साथ 80 फीसदी विधायक हैं।
राजेंद्र गुढ़ा ने पायलट के समर्थन में बयानबाजी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कम से कम स्वर्गीय हो चुके भंवर लाल शर्मा का तो ध्यान रखना चाहिए। जिनके निधन होने पर सरदार शहर सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। ऐसे आरोप लगाकर वह भंवर लाल शर्मा और गजेंद्र शक्तावत जैसे दिवंगत हो चुके विधायकों को भी कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इससे उनके परिवार पर क्या बीत रही होगी?
अब करवानी चाहिए विधायक दल की बैठक
गुढ़ा ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को अब विधायक दल की बैठक करवानी चाहिए क्योंकि आलाकमान ने जो नोटिस दिए थे, उन पर कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा मुख्यमंत्री इस तरह से बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री भले ही यह दावा कर रहे हैं कि पायलट के पास 10 विधायक नहीं हैं लेकिन उन्हें मैं बता दूं कि उनके साथ होटल में रहे 102 विधायकों में से आज भी पायलट के साथ चार्टर प्लेन से चार विधायक मध्य प्रदेश गए हैं। एक मैं खड़ा हूं। ऐसे में मुख्यमंत्री गलत बोल रहे हैं।
काउंटिंग करवा लें गहलोत
कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अगर इतने आश्वस्त हैं तो फिर काउंटिंग क्यों नहीं करा लेते हैं। 80 फीसदी विधायक सचिन पायलट के साथ नहीं हो तो हम मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ देंगे। मुख्यमंत्री पैसे लेने वालों में जिसका नाम निकाल रहे हैं, उनमें से पांच लोग तो उनकी कैबिनेट में हैं, उनको क्यों बैठा रखा है। अब बार-बार उनको गद्दार क्यों बोल रहे हो। क्या इन 19 लोगों को टिकट नहीं दोगे।
सचिन पायलट सबसे अच्छे नेता
गुढ़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निकम्मा, नकारा, गद्दार वह सब कुछ बोलते रहते हैं लेकिन हकीकत यह है कि सचिन पायलट से बेहतर राजस्थान की कांग्रेस पार्टी की सेहत के लिए कोई भी अच्छा नहीं हो सकता है। कांग्रेस विधायक कांग्रेस आलाकमान के साथ हैं। कांग्रेस आलाकमान के आशीर्वाद से सब विधायक बने। उनके आशीर्वाद से ही मंत्री और मुख्यमंत्री हैं। अगर कांग्रेस छोड़ते हैं तो यह विधायक अपने दम पर गांव के सरपंच नहीं बन सकते। नगरपालिका और निगम में पार्षद भी नहीं बन सकते। यह नेता विधायक इसलिए बनकर बैठे हैं क्योंकि कांग्रेस हाईकमान का इन्हें आशीर्वाद है।
खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा-सीएम के बयान से कांग्रेसी आहत
वहीं कांग्रेस विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी सीएम गहलोत के बयान पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत के बयान से कांग्रेसियों की भावना आहत हुई है। यह हाईकमान है जो हमें बनाता है। एक सीएम के लिए इस तरह की टिप्पणी शोभा नहीं देती। सचिन पायलट ने कभी आलाकमान को चुनौती नहीं दी। सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है।
क्या बोला था सीएम गहलोत ने
बता दें कि सीएम गहलोत ने कहा कि हाईकमान पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता, जिसने पार्टी के साथ गद्दारी की उसे कैसे स्वीकार कर सकते हैं, जिसके पास 10 विधायक भी नहीं उसे कोई स्वीकार ही नहीं करेगा और जिन्होंने 34 दिन भुगता वो पायलट को कैसे सहन कर सकते हैं. हमने राजभवन में धरना दिया और सरकार बचाने का काम किया।