राष्ट्रीय जगत विजन : रात की उतरी नहीं है,सुबह बजट,राजस्थान विधान सभा में हंगामा,मुख्यमंत्री गहलोत ने पढ़ा पुराना बजट भाषण,सॉरी बोल CM ने दिए जांच के आदेश
जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत विपक्ष के निशाने पर है,बीजेपी के कई नेता आरोप लगा रहे है कि ‘रात की नहीं उत्तरी’ | दरअसल,विधानसभा में बजट भाषण के दौरान 8 मिनट तक पुराना बजट पढ़ते रहे अशोक गहलोत, हंगामा होने पर उन्हें गलती का एहसास हुआ,विधान सभा की कार्यवाही बीच में रोक कर गहलोत ने माफ़ी मांगी,फिर बजट कार्यवाही शुरू होने से पूर्व ‘सॉरी’ बोल CM ने मामले की जांच के आदेश दिए है। हंगामे के दौरान सदन के अंदर और बाहर बीजेपी के कई विधायकों ने CM गहलोत पर रात की नहीं उतरने का तंज कसा है।
राजस्थान में बजट की शुरुआत होते ही विधानसभा में हंगामा हो गया।सदन में सीएम अशोक गहलोत ने बजट भाषण में कुछ पुरानी घोषणाएं पढ़ दीं।इससे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विपक्ष के निशाने पर है। गहलोत के साथ यह वाकया सदन में बजट पर भाषण देने के दौरान हुआ। उन्होंने फाइल में रखा पुराना भाषण पढ़ दिया। इससे विपक्ष बिफर गया,राजस्थान के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री का बजट भाषण तीस मिनट के लिए रोका गया। विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री गहलोत ने पुराना बजट पढ़ा है।
विधानसभा में हंगामें के दौरान भी सीएम अशोक गहलोत ने बजट भाषण में पुरानी घोषणाओं को पढ़ना जारी रखा । करीब 8 मिनट बाद उन्हें इस गलती का एहसास हुआ। जब तक विपक्ष सदन में जमकर हंगामा खड़ा कर चुका था। विपक्ष के सदस्य वैल में आ गए। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बजट लीक किया है।हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। इसे अधिकारियों की बड़ी लापरवाही मानी जा रही है। हालांकि, सीएम गहलोत ने विधानसभा में इस गलती के लिए माफी मांग ली है। अब वह दोबारा सदन में बजट पेश करेंगे।
बताते है कि हंगामे के बीच सीएम अशोक गहलोत अपने बजट भाषण के दौरान कुछ पुरानी घोषणाएं बजट में पढ़ते रहे, जिसके बाद मंत्री महेश जोशी ने मुख्यमंत्री के पास जाकर यह गलती बतायी। इसके बाद सीएम ने माफी भी मांगी कि गलती हो जाती है।
वहीं, दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कुछ मिनट तक गलत बजट पढ़ने के बाद तीसरे व्यक्ति ने आकर मुख्यमंत्री गहलोत को बताया कि गलत पढ़ रहे हैं। बजट लीक हुआ है, बजट गोपनीय होता है और इसकी कॉपी सीएम के अलावा किसी दूसरे के पास कैसे पहुंच गई। सीएम को तीसरे आदमी ने कैसे आकर बताया, यह बजट किसी तीसरे व्यक्ति को कैसे मालूम पड़ा। सदन का मान रखना चाहते हैं तो इस बजट को दूसरे दिन अलग से पेश किया जाए। आज की घटना से लोकतंत्र शर्मसार हुआ है।
उधर, सदन में हंगामे के बाद स्पीकर सीपी जोशी ने भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जो कुछ घटनाक्रम हुआ, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम ने जो भाषण दिया है, वह ठीक नहीं था। आज की घटना से आहत हुए हैं। हालांकि उन्होंने माना कि मानवीय भूल होती रहती है। इस पूरी कार्यवाही को सदन से बाहर किया जाता है। वहीं इसके बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि सीएम के ब्रीफ़केस में पुराना बजट आया कैसे? इसके लिए अफसरों पर कार्रवाई होगी लेकिन इतनी भीषण गलती हुई कैसे? नए बजट की प्रति कहां है? न्यूज़ टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक साहब के पलटू के चक्कर में बखेड़ा खड़ा हुआ है। बताते है कि जब सदन में हंगामा चल रहा था,तब भनक लगते ही पलटू बाथरूम में जा घुसा,उसके निकलते तक रायता फ़ैल चुका था।