बिलासपुर पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दी दो नन्हीं बच्चियों को जीने की उम्मीद...

 

बिलासपुर। गंभीर बीमारी से जूझ रहे दो जुड़वा बच्चों की जान बचाने के लिए बिलासपुर पुलिस ने पूरी संवेदनशीलता और तत्परता दिखाते हुए अपनी पूरी मेहनत लगा दी। बच्चों को एंबुलेंस के जरिये एयरपोर्ट भेजा जाना था। पुलिस ने एम्बुलेंस को एयरपोर्ट पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया, जिसकी मदद से एम्बुलेंस मध्य नगरी के पास स्थित निजी अस्पताल से चकरभाठा एयरपोर्ट तक की दूरी अति अल्प समय में तय कर गई। सामान्य ट्रैफिक में इस दूरी को तय करने में काफी समय लगता है, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से बिना किसी व्यवधान के यह संभव हुआ।

जानकारी के मुताबिक मध्य नगरी के पास के एक निजी अस्पताल में इलाजरत प्रीमेच्योर दो (जुड़वा) नन्हीं जिंदगियां जन्म के बाद से ही क्रिटिकल स्टेज में थीं। दोनों बच्चों का वजन और प्लेटलेट्स बेहद कम थे। विशेषज्ञों के इलाज के बावजूद उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। इसके बाद बच्चों को हैदराबाद के हायर सेंटर में त्वरित इलाज उपलब्ध कराने की सलाह दी गई।

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जिसपर परिवार तैयार हो गया। हैदराबाद से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम गुरुवार सुबह बिलासपुर के निजी अस्पताल पहुंची थी। बच्चों की नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद ले जाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने तत्परता दिखाते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाने का निर्देश यातायात पुलिस को दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक रामगोपाल करियारे और उनकी टीम ने तुरंत इस पर अमल किया और निजी अस्पताल से एयरपोर्ट तक दुरुस्त यातायात व्यवस्था बनाते हुए ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया।

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यातायात पुलिस के बल ने हर चौराहे और प्रमुख स्थानों पर मुस्तैदी से मोर्चा संभाला। एम्बुलेंस को निर्बाध रूप से एयरपोर्ट पहुंचाने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक स्वयं पायलटिंग करते हुए अति अल्प समय में एयरपोर्ट पहुंचाई गई। इस दौरान बिलासपुर शहर के आम राहगीरों ने भी इंसानियत का मिसाल पेश करते हुए ग्रीन कॉरिडोर में एंबुलेंस के जाने के दौरान किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं किया। यातायात पुलिस की मुस्तैदी और चुस्ती ने पूरे रास्ते को "नो मेंस- नो वेहीकल" के रूप में रखा और एम्बुलेंस को एयरपोर्ट तक जाने के दौरान कोई बाधा की स्थिति निर्मित नहीं होने दी।

इस पूरी व्यवस्था के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह ने निरंतर पल-पल की जानकारी लेते रहे। 

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