कटघोरा हत्याकांड: 50 टन के लिए खून! SECL अफसर पर प्रबंधन की मेहरबानी, प्रमोशन से मचा हड़कंप

 

कोरबा: कोयलांचल कटघोरा में ट्रांसपोर्टर अनुप उर्फ रोहित जायसवाल की सनसनीखेज हत्या ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। 28 मार्च की रात सराईपाली खुली खदान के पास हुए इस हत्याकांड में आपसी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई का चौंकाने वाला सच सामने आ रहा है। मृतक अनुप जायसवाल की हत्या के मामले में एसईसीएल के एक बड़े अफसर पर गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन प्रबंधन की कथित मेहरबानी ने सबको हैरान कर दिया है।

सूत्रों की मानें तो सराईपाली खदान में कोल लिफ्टिंग और ट्रांसपोर्टिंग के काम में कुछ लोगों का दबदबा था। अनुप जायसवाल के इस क्षेत्र में आने से उनका एकाधिकार खतरे में पड़ गया था। पहले भी अनुप के साथ मारपीट की घटना हुई थी, जिसकी शिकायत पाली थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस की कथित निष्क्रियता के चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए और उन्होंने हत्या जैसा जघन्य अपराध कर डाला।

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सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस हत्याकांड में नाम आने के बावजूद एसईसीएल प्रबंधन ने आरोपी उप क्षेत्रीय प्रबंधक पर कोई कार्रवाई करने के बजाय उसे प्रमोशन दे दिया है! जी हां, जिस अफसर पर हत्या में शामिल होने का आरोप है, उसे कुसमुंडा जैसे मेगा खदान का जीएम (ऑपरेशन) और एसओ (पीएंडपी) बनाकर भेज दिया गया है। इस घटना से एसईसीएल के अंदर भी हड़कंप मच गया है और सवाल उठ रहे हैं कि क्या कोल इंडिया में भ्रष्ट और आपराधिक छवि वाले अधिकारियों को ही बड़े पदों पर बैठाया जाता है?

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इस पूरे घटनाक्रम में त्रिपुरा रायफल्स (टीएसआर) की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। आरोप है कि खदान परिसर में प्रतिबंध के बावजूद कुछ संदिग्ध गाड़ियां बेरोकटोक आती-जाती रहीं और टीएसआर के जवान मूक दर्शक बने रहे। वहीं, पाली पुलिस की कार्यशैली पर भी उंगलियां उठ रही हैं, जिसने मृतक और अन्य कर्मचारियों की शिकायतों पर समय रहते ध्यान नहीं दिया। यहां तक कि एक जूनियर टेक्निकल इंस्पेक्टर को अपनी शिकायत की पावती लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।

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अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों एक सब एरिया मैनेजर का नाम इस हत्याकांड में सामने आ रहा है? क्या एसईसीएल प्रबंधन इस दागी अफसर को बचाने की कोशिश कर रहा है? यह प्रमोशन जांच को किस दिशा में ले जाएगा? कटघोरा का यह हत्याकांड एसईसीएल के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार और दबंगई की एक कड़वी सच्चाई बनकर सामने आया है, जिस पर अब कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।

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