CGPSC भर्ती घोटाला: CBI का बड़ा धमाका! रायपुर-महासमुंद में ताबड़तोड़ छापे, कई बड़े नाम रडार पर!

रायपुर/महासमुंद। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाले की आंच अब और तेज हो गई है। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने बुधवार को रायपुर और महासमुंद समेत पांच ठिकानों पर एक साथ धावा बोलकर सनसनी फैला दी। यह छापेमारी एक सरकारी डॉक्टर, एक नामी कोचिंग इंस्टीट्यूट और एक निजी होटल पर की गई है, जहां से टीम को महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत हाथ लगे हैं। इस कार्रवाई से घोटाले में शामिल बड़े मगरमच्छों की नींद उड़ गई है।

विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो CBI की टीम ने महासमुंद में एक अभ्यारण्य के गेस्ट हाउस, एक सरकारी डॉक्टर के आवास और रायपुर के एक पॉश निजी होटल के साथ-साथ एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान पर एक साथ दबिश दी। इस दौरान टीम ने घंटों तक गहन तलाशी ली और कई ऐसे सुराग बरामद किए हैं, जो इस पूरे सिंडीकेट का पर्दाफाश कर सकते हैं। माना जा रहा है कि इन छापों के बाद जल्द ही कुछ और बड़े नामों की गिरफ्तारी हो सकती है।

सूत्रों का यह भी कहना है कि इस गोरखधंधे में कई প্রভাবশালী लोग शामिल हैं, जो छात्रों के चयन के लिए मोटी रकम की दलाली करते थे। CBI की टीम अब इन तक पहुंचने में कामयाब होती दिख रही है। इस ताजा कार्रवाई के बाद अटकलों का बाजार गर्म है और माना जा रहा है कि CBI जल्द ही कुछ और चौंकाने वाले खुलासे कर सकती है।

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गौरतलब है कि CGPSC भर्ती घोटाले में पहले ही पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, नितेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर सलाखों के पीछे हैं। CBI के अनुसार, सोनवानी के कार्यकाल में PSC की भर्तियों में जमकर धांधली हुई। आरोप है कि उन्होंने अपने कई करीबी रिश्तेदारों और प्रभावशाली कांग्रेस नेताओं व अधिकारियों के लगभग 18 रिश्तेदारों को नियमों को ताक पर रखकर नौकरियां दिलवाईं। जांच में पैसों के लेन-देन के भी पुख्ता प्रमाण मिले हैं।

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आपको बता दें कि CGPSC में 2019 से 2022 तक हुई भर्तियों में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद चल रहा है। इसी मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) और अर्जुदा पुलिस ने भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप में पहले ही केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 और 2021 में 171 पदों पर परीक्षाएं आयोजित की थीं, और इन्हीं भर्तियों में गड़बड़ी के आरोप सबसे ज्यादा हैं। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ कई रसूखदार कांग्रेसी नेताओं और नौकरशाहों के बच्चों को भी बैकडोर से नौकरियां दिलवाईं।

2021 में हुई 171 पदों की भर्ती परीक्षा भी इसी विवाद के घेरे में है। इस भर्ती के लिए प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को हुआ था, जिसमें 2 हजार 565 अभ्यर्थी पास हुए थे। इसके बाद 26 से 29 मई 2022 तक आयोजित मुख्य परीक्षा में 509 अभ्यर्थी सफल हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की गई थी, जिस पर अब CBI की तलवार लटक रही है।

CBI की इस ताजा कार्रवाई ने घोटालेबाजों के खेमे में खलबली मचा दी है और अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आगे और किन बड़े नामों का खुलासा होता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि CBI की जांच इस पूरे मामले को किस अंजाम तक पहुंचाती है।

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