छत्तीसगढ़ के बेलतरा से भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला पर अधिवक्ता साधना जायसवाल ने जान से मारने की धमकी देने, गाली-गलौज करने और जबरन जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि जब वे अपनी जमीन पर निर्माण कार्य करा रही थीं, तब विधायक ने अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर उन्हें धमकाया और धक्का देकर गिरा दिया। अधिवक्ता ने बिलासपुर पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी है और सुरक्षा की मांग की है।
अधिवक्ता साधना जायसवाल के मुताबिक, सरकंडा के शिव घाट क्षेत्र में उनकी जमीन है, जिसे लेकर शारदा मंदिर समिति के साथ राजस्व विवाद चल रहा था। अदालत में यह मामला उनके पक्ष में गया। हाई कोर्ट ने कलेक्टर को आदेश दिया कि उन्हें कब्जा दिलाया जाए। 31 दिसंबर 2023 को तहसीलदार ने नापजोख कर उन्हें कब्जा सौंप दिया। लेकिन जब वे बाउंड्री वॉल बनवाने गईं, तो विधायक ने अपने समर्थकों के साथ आकर निर्माण कार्य रुकवा दिया।
महिला अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि 3 फरवरी को जब वे अपने भाई के साथ जमीन पर गईं, तो विधायक वहां पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। उन्होंने धमकी दी, “तेरी जमीन नदी में चली गई है। अगर दोबारा यहां आई, तो मारकर इसी जमीन में गाड़ दूंगा।” विधायक ने कथित तौर पर उनका हाथ पकड़कर धक्का दिया और मजदूरों को भगा दिया। उनका कहना है कि विधायक खुलेआम यह भी कह रहे थे कि “जहां शिकायत करनी है कर ले, पुलिस मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। मैं राजस्व दस्तावेज बदलवा दूंगा।”
पीड़िता का आरोप है कि जब वे सरकंडा थाने में शिकायत लेकर पहुंचीं, तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया और महज एक आवेदन लेकर मामले को टाल दिया। अगले दिन, 4 फरवरी को, वे जिला अधिवक्ता संघ के सदस्यों के साथ पुलिस अधीक्षक के पास गईं और विस्तृत शिकायत दर्ज कराई।
