गुंडाराज और सीएम के ढेबर प्रेम ने कांग्रेस को हराया!, प्रदेश में कांग्रेस का सुपड़ा साफ

गुंडाराज और सीएम के ढेबर प्रेम ने कांग्रेस को हराया!, प्रदेश में कांग्रेस का सुपड़ा साफ

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गये हैं। जो नतीजे आये हैं। वो सबको चौकाने वाले हैं। हार और जीत के खेल में किसी न किस को तो शिकस्त मिलनी ही थी। साल 2018 में जिस जनता ने सत्ता के सिहांसन में कांग्रेस को बैठा था। उसी जनता ने सत्ता के सिंहासन से कांग्रेस को बेदखल कर दिया है। आज आये नतीजों में कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया है। भूपेश बघेल की पूरी की पूरी कैबिनेट साफ हो गई है।

आपको बता दें कि कल तक कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को लग रहा था। प्रदेश में कांग्रेस भारी भरकम सीटों के साथ फीर से जीत हासिल कर रही है। तो अचानक ऐसा क्या हुआ जो रातों-रात कांग्रेस अपनी जीती हुई बाजी हार गई। हालांकि अब इस पर कांग्रेस मंथन तो अवश्य करेगी। जिसे जनता पांच साल सुधारने का दोबारा मौका भी नहीं देने वाली है।

साल 2018 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से कांग्रेस का कद लगातार बढ़ता जा रहा था। जो किसी से छिपी नहीं है। इस दौरान देश-दुनिया और प्रदेश ने कोरोना महामारी को भी देखा। ऐसे में छत्तीसगढ़ में इकलौता कुछ व्यक्ति को फलने-फूलने का मौका खुलकर दिया जा रहा था। खुलेआम सार्वजनिक जगहों में बकरे काटे जा रहे थे।

अवैध शराब और कोयला मे 25रूपये प्रति टन वसूली का खेल-खेला जा रहा था। जिससे हजारों करोड़ों रुपये कमाया गया। विकास के नाम पर सड़कों को खोदा जा रहा था। जो आज तक गड्ढों में तब्दील है। छत्तीसगढ़ में पुरे पांच साल में एक भी विकास कार्य नहीं किया गया सिर्फ भ्रष्टाचार के यह सब प्रदेश की जनता देख रही थी, सह रही थी, बर्दाश्त कर थी। वाजिब समय का इंतजार कर रही थी। जो समय आने पर दिखा दिया।

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इसी कांग्रेस के मंत्री को पत्रकार के सवाल सुनाई नहीं देते थे। उन दिनों को भी कांग्रेस को याद करना होगा। याद करना होगा कांग्रेस भवन में पत्रकारों के साथ किस तरह से चेहरे देखकर व्यवहार किये जाते रहे हैं। पत्रकारों के ऊपर अपराध दर्ज करवा कर किस तरह जेल भेजा गया है यह सब जनता देख रही थी।

प्रदेश की जनता ने भरोसा किया था। उन भरोसों को तार-तार करने का काम अगर किसी ने किया है। तो भूपेश बघेल की सरकार ने किया है। पीएससी भर्ती का मामला किसी से छिपा नहीं है। महादेव सट्टा से बचने का रास्ता मत ढूढ़िये। जनता ने मुहर लगाकर जता दिया है। अब चाहे कोर्ट का फैसला जो भी आये। ईडी आगे भी अपनी कार्यवाही करती रहेगी पर जनता के दरबार में अगर गुनहगार कोई है। तो इकलौता भूपेश बघेल का अपराधियों और भ्रष्टाचार के प्रति प्रेम है। इसके सिवाय और कोई नहीं है। इसलिए जनता ने अपना फैसला सुना दिया।

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