रायगढ़ : पुसौर ब्लाक में हुई गैंग रैप की घटना के बाद कांग्रेस द्वारा बनाई गई जांच टीम को पीड़िता से पुलिस के द्वारा नहीं मिलने दिया गया। कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया कि जहां पीड़िता को रखा गया है वहां की अधीक्षिका ने पहले दो घंटे तक इंतजार कराया फिर वे कुछ लोगों से फोन पर बात की और पीड़िता से मिलने के लिए किसी अधिकारी का आदेश लाने की बात कहकर मिलवाने से इंकार कर दिया।
इसके बाद विधायकों के जांच दल ने एसपी रायगढ़ से मुलाकात की। मुलाकात के बाद एसपी रायगढ़ ने मीडिया को बताया कि जांच टीम में शामिल विधायकों की जो क्वेरी थी उसके बारे में बात हुई है उन्हें संतोषजनक जवाब दिया गया है। लेकिन उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि जांच टीम को पीड़िता से क्यों नहीं मिलने दिया गया। एसपी ने यह भी बताया कि पीड़िता ने जिनकी पहचान की थी उन्हें गिरफ्तार किया गया है और जल्द से जल्द विवेचना कर इसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।
रक्षाबंधन के दिन पुसौर क्षेत्र के एक गांव में एक 27 वर्षीय महिला के साथ गैंग रैप की घटना हुई इसके बाद से ही मामला प्रदेश की राजनीति में गरमा गया। कांग्रेस ने इस मामले की जांच के लिए चार महिला विधायकों की एक जांच टीम बना दी। इससे पहले खरसिया विधायक और कांग्रेस नेताओं ने भी पीड़िता से मुलाकात की और 14 आरोपियों के होने की बात कही जबकि पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग की मौत हो गई। जांच टीम में लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार, सारंगढ़ विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े, सरायपाली विधायक चतुरी नंद और बिलाईगढ़ विधायक कविता प्राण लहरे का नाम शामिल है।
एसपी से मिलने के बाद सरायपाली विधायक ने मीडिया से कहा कि सखी सेंटर की अधीक्षिका विनीता गुप्ता ने पहले तो खुद आधा घंटा लेट से आई इसके बाद हमें एक घंटा बिठा दिया, इसके बाद बोली कि टाइम हो गया है अब मुलाकात नहीं हो सकती। जब हमने पूछा कि पीड़िता से मिलवाएंगे या नहीं तो उन्होंने कहा कि आप किसी अधिकारी का आदेश लाइए अब मिलवा सकते हैं। विधायकों ने यह भी कहा कि उन्हें ऊपर से आदेश है कि पीड़िता को न मिलने दिया जाए। इसके बाद उन्होंने कहा कि जब हमने इस संबंध में एसपी से बात की तो उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद ही पीड़िता से आप मिल सकते हैं।
विधायकों ने कहा कि वे पुलिस की करवाई से संतुष्ट नहीं हैं, उन्हें पीड़िता से मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है और कौन ऊपरवाला है जो हमें पीड़िता से नहीं मिलने देना चाहता ? उन्होंने कहा कि पुलिस सभी आरोपियों पर कार्यवाही करे ।
पीड़िता के परिजनों को किया जा रहा गुमराह
लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार ने यह भी बताया कि इस मामले में पीड़िता के परिजनों को गुमराह करके रखा गया है उन्हें भी अभी पूरी जानकारी नही है। उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में वे संतुष्ट नही है उनके द्वारा पूरी जांच करने के पश्चात रिपोर्ट सौंपे जाने की बात कही गई।
एक घंटे तक बिठा कर रखा गया
जांच दल की सभी चारों महिला विधायकों ने अपने परिचय दिया और बताया कि वे सभी जांच समिति में है उसके बाद गेट खुला और जांच दल के सभी महिला विधायक अंदर घुसे और आधे घंटे से अधिक समय बाद सखी सेंटर की अधीक्षिका वहां पहुंची इसके बावजूद उनके द्वारा उच्च अधिकारियों से बात करके जांच दल के सदस्यों को एक घंटे तक मौके पर बिठाने के बाद समय खत्म हो जाने का हवाला देते हुए पीडिता से नही मिलने दिया गया।
नही मिलने दिया गया पीड़िता से
कांग्रेस जांच दल की महिला विधायकों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शाम को मीडियो से चर्चा करते हुए बताया कि घटना की जानकारी के बारे में हम जानकारी लेने आये थे। पौने 6 बजे हम सभी सखी सेंटर पहुंच चुके थे। वहां हमे पीड़िता से नही मिलने दिया गया। सखी सेंटर की अधीक्षिका मौके पर थी नही आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची, हम काफी देर तक बाहर खड़े रहे तब तक गेट नही खुला।