रायपुर: प्रदेश में हुए शराब घोटाले (Liquor Scam) सुरक्षा एजेंसी अपना शिकंजा कसते जा रही है . जिस तारतम्य में ACB ने पूछताछ ने लिए 18 आबकारी के अधिकारियो को नोटिस तामील कर जवाब के लिए तलब किया है जिसमें सोनल नेताम जिला आबकारी अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ , नीतु नेतानी ठाकुर आबकारी आयुक्त , मंजू श्री कसेर उपमहाप्रबंधक , नवीन प्रताप तोमर आयुक्त , रामकृष्ण मिश्रा उपायुक्त , अरविंद कुमार पाटले आबकारी आयुक्त , अनिमेष नेताम उपायुक्त आबकारी , नितीन खंडूजा जिला आबकारी गरियाबंद , जनार्दन कौरव आबकारी आयुक्त , नोहर सिंह ठाकुर उपायुक्त , जी.पी.एस. दर्दी , मोहित कुमार जैसवाल जिला आबकारी महासमुंद , प्रमोद कुमार नेताम गरियाबंद , विजय सेन शर्मा उपायुक्त , विकास कुमार गोस्वामी उपायुक्त , इकबाल खान जिला आबकारी दंतेवाड़ा , सौरभ बख्सी आयुक्त , दिनकर वासनिक आबकारी आयुक्त शामिल है जिनपर अपराध क्रमांक 4/2024 धारा 7 , 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 संसोधित अधिनियम 2018 एवं 420 , 467 , 468 , 471 , 384 एवं 120 बी भा.द.वि . में पूछताछ के लिए तलब किया गया है .
सरगनाओं पर कब कसेगा शिकंजा
इस नोटिस तामीली के बाद से चर्चाएं जोरो पर है कि कनिष्ठ और छोटे प्यादों को तो मोहरा बना दिया गया मगर शराब शराब घोटाले में जो मुख्य सरगना थे उनपर अब तक कार्रवाही करने में जांच एजेंसियों के हाथ पांव क्यो फूल रहे है बताते है प्रदेश में इतने बड़े Liquor Scam में कई बड़े अफसरों समेत मुखिया का भी वरदहस्त प्राप्त होने की वजह से ही इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया . आबकारी के 27 से 28 अधिकारियों को बुलाकर प्रदेश के तत्कालीन मुखिया एवं आबकारी के किंगपिंग सरगना द्वारा इन्हें निर्देशित किया जाता था की ईडी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाए चूंकि सरकार को ऐसे घोटालेबाज अफसर चला रहे थे और मुखिया इनके हाथों की कठपुतली बनकर खुद भी इन घोटालो के शामिल हो गए थे .
तत्कालीन समय मे मुखिया समेत आबकारी के किंगपिंग कहे जाने वाले अधिकारी जिनकी पहुँच छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड तक थी जो इन अधिकारियों को जांच एजेंसियो के खिलाफ रिपोर्ट करने के लिए निर्देशित करते थे इनपर शिकंजा कसेगा या प्यादो को मोहरा बनाकर सरगनाओं को अभयदान दे दिया जाएगा .