छत्तीसगढ़ की विष्णु देव की सुशासन सरकार ने पीछले 12 महीने में ACB ने 35अलग, अलग मामलों में 35अलग,अलग मामलों में 60लोगो के खिलाफ कार्यवाही किया है ……..पर कुछ अधिकारी गण सरकार को बदनाम करने से बाज नहीं आ रहे हैं…..
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। पिछले 12 महीने में एंटी करप्शन ब्यूरो ने 35 अलग-अलग मामलों में 60 आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की है। इनमें बाबू से लेकर अफसर तक शामिल हैं। सरकार की स्पष्ट नीतियों, फैसले और पारदर्शी निर्णयों से जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वाले अब जेल की हवा खा रहे हैं। सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोग का गठन करने की तैयारी कर रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2023 में भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोग बनाकर शिकायतों के निवारण और निगरानी करने की घोषणा की थी। मोदी की गारंटी वाले संकल्प पत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ आयोग गठित करने की घोषणा भी हुई थी पर कुछ अधिकारियों के मिली भगत से मोदी की गारंटी में पलीदा लगा रहे हैं। जिसकी वजह से मोदी की गारंटी फेल होते हुए नजर आ रही हैं जैसे महादेव सट्टा एम में जिन बड़े अधिकारियों और नेताओं का हर महीने संरक्षण के एवज में पैसे देने का नाम चन्द्र भूषण वर्मा ने ईडी में अपना ब्यान दिया ईडी के चार्जशीट में भी सभी का नामआया पर ACB ने जब अपराध दर्ज किया तो छोटे लोगों पर अपराध दर्ज कर बड़े अधिकारियों और नेताओं के नाम पर अन्य कर दिया गया और उनके खिलाफ आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई इसी तरह शराब घोटाला मामले में भी आज तक आबकारी विभाग के किसी भी अधिकारीयों और डिस्टलरीयों की गिरफ्तारी नही हुआ है। जिससे लगने लगा है कि कुछ अधिकारियों के द्वारा सांठगांठ कर मोदी की गारंटी को फेल कर विष्णु देव साय के सुशासन की सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं।इसके अलावा शिकायत निवारण व निगरानी के लिए वेब पोर्टल का सृजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय में सेल का गठन करके भ्रष्टाचार के खिलाफ त्वरित कार्यवाही करने की तैयारी की जा रही है। भ्रष्टाचार को बड़ी समस्या माना जाता है और इससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने अनेक उपाय भी किए गए हैं।पर इन कुछ अधिकारियों की वजह से सफल नहीं हो पा रहा है। भ्रष्टाचार के सबसे आम कृत्यों में किसी न किसी रूप में रिश्वतखोरी शामिल है। रिश्वत में किसी तरह के व्यक्तिगत लाभ के लिए अनुचित एहसान और उपहारों का इस्तेमाल शामिल है।