कांग्रेस के थप्पड़ बाज विधायक बृहस्पत सिंह की गुंडागर्दी, सहकारी बैंक के कर्मचारी को जड़ दिया थप्पड़, देखें सत्ता के नशे में कैसे कर्मचारी को पीट रहे हैं विधायक बृहस्पति… देखें वीडियो
रायपुर/रामानुजगंज: सत्ता के नशे में चूर रामानुजगंज कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने बैंक कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियों में एक शख्स से मारपीट करते नजर आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि जिस शख्स के साथ मारपीट कर रहे हैं वह सहकारी बैंक का कर्मचारी है। इस मामले को लेकर पीड़ित कर्मचारी ने अंबिकापुर संभागीय कार्यालय में की शिकायत की है। इसके साथ की कर्मचारी संगठन ने कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि सहकारी बैंक के कर्मचारी का नाम राकेश कुमार हैं। भुगतान नहीं करने को लेकर नाराज विधायक ने कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया। विधायक के इस हरकत के बाद कर्मचारी संगठन में आक्रोश हैं।
ये है पूरा मामला
रामानुजगंज के तेज तर्रार विधायक एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृहस्पति सिंह ने सोमवार को केंद्रीय सहकारी बैंक पहुंचकर बैंक के कर्मचारियों की पिटाई कर दी। सैकड़ों की संख्या में किसानों की मौजूदगी में बैंक कर्मियों को पीटे जाने का मामला बैंक के सीसीटीव्ही कैमरे में रिकार्ड हो गया है। घटना से आक्रोशित केंद्रीय सहकारी बैंक कर्मचारी संगठन ने मुख्यमंत्री के नाम आईजी सरगुजा को ज्ञापन सौंप 05 अप्रैल से 06 अप्रैल तक सामूहिक अवकाश पर रहने की सूचना दे दी है।
अनिश्चितकालीन अवकाश पर जाने की चेतावनी
इसके बाद भी विधायक पर कार्रवाई नहीं होने पर संगठन ने अनिश्चितकालीन अवकाश पर जाने की चेतावनी दी है। मिली जानकारी के अनुसार 03 अप्रैल सोमवार को बृहस्पति सिंह सहकारी बैंक की रामानुजगंज शाखा पहुंचे। उन्होंने एक किसान की शिकायत पर बैंक के लिपिक राजेश पाल एवं भृत्य अरविंद सिंह को बैंक के बाहर बुलाया और सैकड़ों की संख्या में किसानों की मौजूदगी में लिपिक राजेश पाल एवं भृत्य अरविंद सिंह को एक के बाद एक कई थप्पड़ रसीद कर दिया। यह पूरा घटनाक्रम बैंक के सीसी टीव्ही कैमरे में रिकार्ड हो गया।
सहकारी बैंक के कर्मचारी आक्रोशित
मामले की जानकारी मिलने पर सहकारी बैंक के कर्मचारी आक्रोशित हो गए। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ अंबिकापुर ने पीड़ित कर्मियों को अंबिकापुर बुलाया एवं पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेकर मुख्यमंत्री के नाम सरगुजा आईजी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संघ ने आरोप लगाया है कि विधायक बृहस्पति सिंह ने सैकड़ों किसानों की मौजूदगी में बैंक के लिपिक राजेश पाल एवं भृत्य अरविंद सिंह से बेवजह गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। घटना के बाद कर्मचारी बैंकों में काम करने में असमर्थ हैं।
दिनांक 05 अप्रैल एवं 06 अप्रैल को सहकारी बैंक के सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। यदि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बैंक कर्मियों को सुरक्षा प्रदान नहीं करती है और विधायक वृहस्पति सिंह पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो बैंककर्मी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान संघ के अध्यक्ष आरके खरे, उपाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह परिहार, विजय यादव, सचिव संजय सोनी सहित अरविंद पांडेय, राजकुमार सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मामले में रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि उन्होंने बैंक कर्मियों को सिर्फ कड़ी हिदायत दी है। एक 80 साल का वृद्ध किसान रो रहा था। उसके धान बिक्री के पैसे देने के लिए बैंक के कर्मचारी कमीशन मांग रहे थे। धान खरीदी के दौरान बोरा भराई एवं सिलाई का पैसा राज्य शासन द्वारा देने के बाद भी किसानों से पैसे वसूले जाने की शिकायतें मिलीं। अब भुगतान के लिए कमीशन मांगा जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कारण कर्मियों को कड़ी हिदायत दी गई है।
चार जिलों में पड़ेगा हड़ताल का प्रभाव- केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित अंबिकापुर के अंतर्गत सरगुजा, बलरामपुर, सूरजपुर एवं कोरिया जिले में संचालित सहकारी बैंक की शाखाएं हैं। घटना के विरोध में बैंक कर्मचारी संगठन के आंदोलन का असर चारों जिलों की सहकारी बैंक शाखाओं में पड़ेगा। किसानों के धान बिक्री का पैसा सहकारी बैंकों में ही जमा होता है, जहां से पैसे निकालने के लिए लगातार किसानों की लाइन लग रही है।
कई बार अपने तेवर को लेकर वे चर्चा में
तेज तर्रार विधायक बृहस्पति सिंह रामानुजगंज से दूसरी बार जीतकर आए हैं। वर्ष 2013 में उन्होंने पांच बार के विधायक एवं कद्दावर मंत्री रामविचार नेताम को हराया था। बृहस्पति सिंह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाते हैं। पूर्व में उनकी गाड़ी रोककर मंत्रीं टीएस सिंहदेव के रिश्तेदार युवक से विवाद के घटनाक्रम के बाद सिंहदेव पर आरोप लगा दिया था कि मुझे जान से मारने की साजिश की जा रही है। मामले को लेकर उन्होंने विधानसभा में माफी मांगी थी। कुछ दिनों पूर्व पटवारी से मारपीट के मामले को लेकर बलरामपुर एसपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और एसपी को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। कई बार अपने तेवर को लेकर वे चर्चा में रहे हैं।