दुकानों से गायब हुआ मध्यम और उच्च क्वालिटी की अंग्रेजी शराब तथा बीयर …….. कुछ तो गडबड है
शराब दुकानों में मध्यम और उच्च क्वालिटी की अंग्रेजी शराब तथा बीयर नहीं मिल रही
0छत्तीसगढ़ में उत्पादित होने वाली अंग्रेजी शराब और बीयर के ब्रांड ही मिल रहे हैं
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सभी जिलों की शराब दुकानों में मध्यम और उच्च क्वालिटी की अंग्रेजी शराब तथा बीयर नहीं मिल रही। सिर्फ छत्तीसगढ़ में उत्पादित होने वाली अंग्रेजी शराब और बीयर के ब्रांड दिख हरे हैं। राज्य के आबकारी विभाग और छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों से की जा रही ईडी की पूछताछ इसकी वजह रही है। वहीं ईडी के भय के कारण तेलंगाना, मुंबई, इंदौर, पंजाब, पांडिचेरी, हिमाचल प्रदेश के जगजीत नगर आदि राज्यों से जो शराब की आनी थी, वह नहीं आ पाई।
सरकारी अंग्रेजी शराब दुकानों में लंबे समय से महज गोवा ब्रांड की ही तीसरे दर्जे की शराब बेची जा रही है। दुकानों में ग्राहकों द्वारा आरएस, आरसी और मैकडाॅवल नंबर 1 शराब नहीं मिलने की शिकायत है। उसकी जगह वाय टेन, 10 ब्लू, ऑफ्टर डार्क, एसी ब्लैक जैसे ब्रांड मिल रहे हैं। बीयर में यहां पर कंगारू, सिम्बा और 7 स्टार जैसे ब्रांड दिए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिस मीडियम रेंज की शराब का अभी रेट कांट्रेक्ट नहीं हुआ है उसमें सभी प्रमुख ब्रांड आते हैं। इसमें आरएम आरसी, रायल स्टैग, ब्लैंडर प्राइड जैसे ब्रांड शामिल हैं। इनकी मांग बाजार में सबसे अधिक होती है। इनकी कीमत 300 से लेकर 2 हजार तक है। इससे उपर के ब्रांड को हाइरेंज की शराब माना जाता है। फिलहाल तो मांग के अनुसार दुकानों में शराब की आपूर्ति नहीं होने की बात आबकारी अधिकारी भी मान रहे हैं। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि जिले के दुकानों में शराब का पर्याप्त स्टाक है।
प्रतिदिन 50 हजार लीटर की खपत
जिले में रोजाना औसतन हजारों लीटर शराब की खपत होती है। जिले में प्रत्येक दिन देशी, प्लेन और मसाला मिलाकर करीब 28 हजार 450 लीटर शराब की खपत है। अंग्रेजी शराब की खपत रोजाना 13 हजार 192 लीटर से अधिक है। इसी तरह बार समेत सरकारी दुकानों से हर दिन जनता करीब 8 8204 लीटर बीयर पीती है। इस तरह जिले की जनता करीब 50 हजार लीटर से अधिक शराब रोजाना खरीदती है।
जिलों में भेजी जा रही ब्रांडेड शराब
बताया जाता है कि कुछ गाड़ियों में ब्रांडेड शराब आई, जिसे कई दिनों तक अनलोड नहीं कराया गया। अप्रैल माह के अंत में कुछ माल अनलोड कराया गया, वह भी बार संचालकों को सप्लाई किया गया। वहां पर भी अधिक कीमत में शराब मिलने की जानकारी आई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार बाहर से आई शराब और बीयर का वितरण आने वाले दिनों में प्रदेश के जिलों की शराब दुकानों में शुरू हो जाएगा