संगठन में बड़े पैमाने पर हो सकता है बदलाव, इन राज्यों के बदल सकते हैं अध्यक्ष
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 और इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गई है। पार्टी ने संगठन को कसने के लिए हाल में ही पंजाब, झारखंड, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है। अब ख़बर है कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत 6 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते हैं। बताया जा रहा कि पार्टी कुछ और केंद्रीय मंत्रियों को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देने के मूड में है। अभी हाल में ही केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भेजा गया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भावी बदलाव पर बुधवार को संघ के सह कार्यवाह और पार्टी-संघ के समन्वयक की जिम्मेदारी निभा रहे अरुण कुमार से विस्तार से चर्चा की है।
मध्यप्रदेश में इनको मिल सकती है जिम्मेदारी
पार्टी सूत्रों का कहना है कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए मध्यप्रदेश में पार्टी की कमान संभाल रहे वीडी शर्मा को हटाया जा सकता है। उनकी जगह पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। संभावनाएं इसकी भी हैं, कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को वीडी शर्मा की जगह प्रदेश अध्यक्ष बना दिया जाए।
छत्तीसगढ़ में मिल सकता है आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव दोनों ओबीसी वर्ग से आते हैं। ऐसे में इस बात की संभावना अधिक है कि पार्टी चुनावों में आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष के साथ जाना चाहेगी। इसमें सबसे आगे आदिवासी नेता रामविचार नेताम का नाम चल रहा है। इसके अलावा ओबीसी वर्ग से आने वाले दुर्ग सांसद विजय बघेल और सामान्य वर्ग से आने वाले राजनांदगांव सांसद का नाम भी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में है।
संगठन में भेजे जा सकते हैं ये केंद्रीय मंत्री
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से आधा दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों ने मुलाकात की है। इसमें मनसुख मांडविया, निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, किरेन रिजिजू, अर्जुन मेघवाल, एसपी सिंह बघेल, प्रहलाद सिंह पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। इसमें से मनसुख मांडविया या पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात का बीजेपी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। कुछ केंद्रीय मंत्रियों को पार्टी के केंद्रीय संगठन में भी भेजा जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी के केंद्रीय संगठन में व्यापक बदलाव के बाद मानसून सत्र से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव किया जाएगा।