EXPOSE : संवाद में फर्जीवाड़ा: अयोग्य को बनाया ‘प्रकाशन विशेषज्ञ’…15 वर्षो से सिर्फ जांच, कार्यवाही सिफर
रायपुर : जनसम्पर्क विभाग की सहयोगी संस्था छत्तीसगढ़ संवाद में प्रकाशन विशेषज्ञ पद पर अयोग्य व्यक्ति की नियुक्ति की गई है। बताते है कि जिस व्यक्ति का चयन प्रकाशन विशेषज्ञ पद पर किया गया वह निर्धारित योग्यता को पूरा ही नहीं करता, उसके बाद भी उसे चयनित किया गया। मामला छत्तीसगढ़ संवाद का है जहा अयोग्य व्यक्ति को प्रकाशन विशेषज्ञ पद पर लाभांवित किया गया है।
शिकायतों के अनुसार सब्यसाची कर प्रकाशन विशेषज्ञ के लिए निर्धारित योग्यता को पूरा नहीं करते उसके बाद भी चयनित किया गया और वे बीते 15 वर्षो से संवाद में पदस्थ है। राजनांदगांव के सदैव गुप्ता सहित आधा दर्जन से अधिक लोगो ने इसकी शिकायत पूर्व में मुख्यमंत्री और जनसंपर्क आयुक्त से किया था, जिस पर तत्कालीन आयुक्त ने तीन सदस्यीय समिति से शिकायत की जाँच कराई। समिति ने शिकायत को सही पाया और सब्यसाची कर पर कार्यवाही की अनुशंसा कर रिपोर्ट आयुक्त को भेजा था पर 15 वर्षो बाद भी उस पर अमल नहीं हो सका है। समिति में अपर संचालक जवाहरलाल दरियो, पूरनलाल वर्मा और स्वराज कुमार दास थे।
जाँच रिपोर्ट गायब-
सब्यसाची कर की फर्जी दस्तावेजों से नियुक्त होने की शिकायत रायपुर, राजनांदगांव और दिल्ली के आधा दर्जन लोगो द्वारा की गई। आरोप थे कि सब्यसाची के पास निर्धारित प्रिंटिंग और प्रकाशन में डिग्री/डिप्लोमा नहीं होने और प्रस्तुत दस्तावेज फेक है। शिकायत पर जाँच समिति ने सब्यसाची कर से शैक्षणिक योग्यता और नियुक्ति संबंधी दस्तावेजों की जानकारी मांगी जिसमे आरोपों की पुष्टि हुई कि सब्यसांची के पास वांछित योग्यता नहीं है। समिति ने रिपोर्ट आयुक्त को भेजा पर वह आयुक्त को नहीं मिला और रिकॉर्ड से गायब हो गया। ऐसे में साल 2021 एडिशनल सीईओ ने दोबारा रिपोर्ट जाँच अधिकारी जवाहर दरियो से माँगा। अपर संचालक दरियो ने आयुक्त को सीलबंद लिफाफे में जाँच रिपोर्ट उपलब्ध कराया है। उसके बाद भी कार्यवाही लंबित है। इस संबंध में जाँच अधिकारी जेएल दरियो ने कहा कि
“आयुक्त को जाँच रिपोर्ट भेजा था, दोबारा मंगाने फिर से दिया हु..कार्यवाही आयुक्त करेंगे।”
छत्तीसगढ़ संवाद के एडिशनल सीईओ उमेश मिश्रा ने इस पुरे प्रकरण से अनभिज्ञता जताया। वही सब्यसाची कर ने कहा कि
“लंबे समय से शिकायत हो रही है, मैंने मांगे सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिया हु.. इससे ज्यादा कुछ नहीं कहना है।”