बिलासपुर। जिले में मलेरिया और डायरिया का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को मलेरिया के 17 और डायरिया के 27 नए मामले सामने आए हैं। रतनपुर इलाके में अब तक डायरिया के 733 मरीज मिल चुके हैं, जबकि कोटा और आसपास के वनांचल क्षेत्रों में मलेरिया के 88 मरीज पाए गए हैं।
स्थिति गंभीर, मरीजों की संख्या में हो सकती है बढ़ोतरी
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मरीजों की संख्या इससे भी अधिक हो सकती है क्योंकि अभी कई लोगों की जांच रिपोर्ट नहीं आई है और कई लोगों का मलेरिया टेस्ट होना बाकी है। पिछले 15 दिनों से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डायरिया और मलेरिया का प्रकोप जारी है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी ने जानकारी दी कि टेंगनमाड़ा, बेलगहना और केंदा क्षेत्र में गुरुवार को मलेरिया के 17 नए मरीज मिले हैं, जिससे कुल मलेरिया मरीजों की संख्या 88 हो गई है। गिरजावन के पास डायरिया के 11 नए मरीज मिले हैं और रतनपुर, मदनपुर व आसपास के इलाकों में 27 नए मरीजों को भर्ती किया गया है। रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को 35 मरीज भर्ती हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों पर भी बीमारी का असर
मरीजों के इलाज के लिए दुर्गम क्षेत्रों का दौरा करने वाले डॉक्टर और स्टाफ भी अब बीमार पड़ने लगे हैं। तीन डॉक्टर, चार नर्स और अन्य स्टाफ वायरल फीवर से पीड़ित हो गए हैं। केंदा क्षेत्र का दौरा करने गए सीएमएचओ को कमर दर्द की शिकायत हो गई है और वे कमर पर पट्टा लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं। अब वे फील्ड में कम जा रहे हैं, जिससे पीएचसी-सीएचसी से डॉक्टर-स्टाफ की व्यवस्था की जा रही है।