संघ प्रमुख मोहन भागवत छत्तीसगढ़ दौरा : समन्वय बैठक से पूर्व अनुषांगिक संगठनों के कार्याें की समीक्षा करेंगे
रायपुर : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की समन्वय बैठक से पूर्व संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) संघ से प्रेरित और अपने अनुषांगिक संगठनों के प्रमुखों से एक-एक कर सीधी बात करेंगे। समन्वय समिति की बैठक 10 से 12 सितंबर तक होगी, किंतु संघ प्रमुख छह सितंबर को ही रायपुर (Raipur) पहुंच जाएंगे।
आरएसएस की तीन साल की बनेगी रणनीति
भागवत वनवासी कल्याण आश्रम, सेवा भारती, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय मजदूर संघ आदि संगठनों के प्रमुखों से संवाद कर उनके अब तक के कार्यों की समीक्षा करेंगे। समीक्षा से निकले निष्कर्षों के आधार पर संघ की अगले तीन वर्ष की रणनीति तय की जाएगी। आरएसएस प्रमुख पहली बार रायपुर में आठ दिन तक लगातार रहेंगे। उनके आगमन की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक बड़े पदाधिकारी ने कहा कि 2025 में संघ का शताब्दी वर्ष है, जिसे मनाने के लिए वृहत योजना बन रही है।
चुनावी रणनीति के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने ली चुटकी
संघ की प्रस्तावित बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के साथ राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल होंगे। ऐसे में अगले दो वर्ष के भीतर होने जा रहे विधानसभा और लोकसभा चुनाव की रणनीति बनने के संबंध में को लेकर पूछे गए प्रश्न पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि संघ एक सांस्कृतिक संगठन है। उसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है तो वह 2023 के लिए चुनाव की रणनीति क्यों बनाएंगे।