⭕ SP पल्लव सहित मौजूद सभी पुलिस कर्मियों की हो आईडेंटिफिकेशन परेड
⭕ प्राणघातक हमला करने वाले सभी पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों के खिलाफ तत्काल हो FIR
⭕ एसपी पल्लव के सभी मोबाईल की हो जांच, तब तक उन्हें निलंबित किया जाए
कवर्धा। छत्तीसगढ़ के जिला कवर्धा के लोहारीडीह गांव में हुए अग्निकांड के बाद पुलिस बर्बरता की शिकार दुर्ग जेल में बंद 33 महिलाओं की छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने 21 सितंबर को की गई जांच और बयान के बाद जांच रिपोर्ट मुख्य न्यायाधीश (उच्चतम न्यायालय), अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग (भारत सरकार), राज्यपाल (छत्तीसगढ़ शासन) एवं मुख्य न्यायाधीश छ.ग. उच्च न्यायालय बिलासपुर को आज भेज दी गई है।
आपको बता दें कि इस विस्तृत रिपोर्ट में ग्राम लोहारीडीह मामले के दुर्ग जेल के महिला बंदिनी प्रकोष्ठ के 33 महिलाओं की जांच में पाये गये तथ्य के आधार पर जांच रिपोर्ट, फॉरेंसिंक रिपोर्ट, रेकमेन्डेशन रिपोर्ट भी संलग्न की गई है।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि उनके साथ जांच दल भी गये थे, जिसे जेल सुप्रिटेंडेंट ने रोकने की कोशिश की, जो बहुत ही दुर्भाग्यजनक है। अध्यक्ष द्वारा विस्तृत रिपोर्ट सभी जगह भेज दी गई है जिसमें जांच दल के निरीक्षण पर जाने के दिन की जांच रिपोर्ट की पूरी जानकारी है और दोषियों पर क्या कार्यवाही होनी चाहिए, उसकी रेकमेन्डेशन रिपोर्ट भी है।
गौरतलब हो कि राज्य महिला आयोग अध्यक्षा डॉ. किरणमयी ने पांच प्रमुख बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट के माध्यम से ध्यानाकर्षण कराया है। उन्होंने बताया कि दुर्ग जिला जेल के महिला बंदनी प्रकोष्ठ में ग्राम लोहारीडीह की बंद सभी 33 महिला बंदियों का डॉक्टरी मुलाहजा और उनकी चोटों की विडियोग्राफी तत्काल करायी जाए। चोटिल और घायल महिलाओं का तत्काल जांच और उनके चोटों की वीडियोग्राफी हो तथा उक्त वीडियोग्राफी के साथ पूर्व शासकीय अभिभाषक शमीम रहमान, तहसीलदार क्षमा यदु एवं डॉ. कीर्ति बजाज की उपस्थिति में हो।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के साथ ग्राम लोहारीडीह में जाने वाले अन्य पुलिस अधिकारी और पुलिस बल में जाने वाले सभी महिला एवं पुरूष पुलिस कर्मियों की शिनाख्ती परेड कराई जाए तथा लोहारीडीह जेल में बंद 33 महिलाओं को मारने वाले पुलिस कर्मियों की पहचान आईडेंटिफिकेशन परेड द्वारा करायी जाये। पुरूष जेल में बंद कैदी स्व. प्रशांत साहू की मौत के लिए जिम्मेदार कवर्धा पुलिस, एसपी अभिषेक पल्लव और अन्य पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए। कवर्धा जिला पुलिस प्रशासन द्वारा बिना सर्च वारंट के महिलाओं के घर का दरवाजा तोड़कर की गई गिरफ्तारी और थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर प्राणघातक हमला करने वाले सभी पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज हो तथा 14 सितंबर से लेकर 20 सितंबर तक एसपी अभिषेक पल्लव के शासकीय मोबाईल व पर्सनल मोबाईल के पूरे कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर ग्राम लोहारीडीह घटना स्थल पर उनकी उपस्थिति की जांच तथा उनके मोबाईल पर लोहारीडीह गांव के किसी व्यक्ति व किस नंबर से फोन आया, इसकी जांच कराई जाये और जांच होते तक उन्हें निलंबित किया जाए।