रायपुर। विवादों से हमेशा घिरे रहे आबकारी विभाग में इन दिनों शराब दुकान में कर्मचारियों की भर्ती को लेकर एक बार फिर से सुर्खियों में है, बता दें कि आबकारी सहायक आयुक्त विकास गोश्वामी ने कंपनी के काम काज को भी अपने हांथों में रख लिया है। आबकारी डीसी के मुह लगे निजी प्लेसमेंट के कर्मचारी द्वारा शराब दूकान में कर्मचारियों को भर्ती कराने के एवज में 80-80 हजार लिया जा रहा है जिसमे वांछित योग्यता नहीं होने के बाद भी आबकारी डीसी उन कर्मचारियों की नियुक्ति भी कर रहे है|
रायपुर के शराब दुकानों में कर्मचारियों की भर्ती पूर्व में ए टू जेड प्लेसमेंट के द्वारा की गई थी जिसके बाद प्लेसमेंट का ठेका बीआईएस कम्पनी को दिया गया, BIS प्लेसमेंट कंपनी में प्रदीप गुप्ता फील्ड अफसर के पद पर रहते हुए कर्मचारियों की भर्ती में जमकर वसूली कर रहे है| सूत्रों की माने तो प्रदीप गुप्ता के लिंक बड़े अधिकारियों तक है।
बता दें कि, BIS (बॉम्बे इंटीग्रेटेड सिक्युरिटी कंपनी) को डीसी का संरक्षण मिला है जिनके इशारे पर ही 80-80 हजार लेकर कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है, आबकारी डीसी विकास गोस्वामी ने कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया अपने पास ही रखा है वही बिना डीसी की मर्जी किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति नहीं हो सकती है| हालांकि इस खबर की पुष्टि हम या हमारी संस्था nationaljagatvision.com नहीं करती यह पूरी खबर हमें सूत्रों के हवाले से मिली है।