प्रदेश के इस जिले के जंगल मे हो रही थी गांजे की खेती
मुखबिर की सूचना पर पहुंच गई पुलिस टीम❗75 लाख कीमत के 620 गांजे के पेड़ किए जब्त❗
मध्यप्रदेश :खरगोन जिला देशी कट्टे पिस्तौल का गढ़ माना जाता है। यहां सबसे ज्यादा अवैध हथियारों का जखीरा पुलिस ने कई बार पकड़ा है। अब इस जिले में पुलिस ने नशे के सौदागर को पकड़ने में सफलता हासिल की है। खरगोन पुलिस ने आदिवासी इलाके में पहाड़ों और तालाबों से घिरे नो मोबाइल नेटवर्क जोन इलाके में अवैध गांजा की खेती पकड़ी है। पुलिस ने 6 से 8 फीट ऊंचाई और 14 क्विंटल 26 किलो वजन के 620 गांजे के पौधे जब्त किए हैं। जिसकी कीमत करीब 75 लाख रुपए आंकी गई है।
खरगोन एसपी धर्मराज मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि आदिवासी पुलिस ने बुधवार की देर रात बिस्टान थाना क्षेत्र के रसगांगली के सालई कुंडी फालिया में सामीलाल उर्फ श्यामलाल के खेत मे घेराबंदी कर दबिश दी। जहां से गांजे के साथ आरोपी को भी गिरफ्तार किया है।अपराध क्रमांक 290/24 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया है❗
गांजा उखाड़ने में पुलिस को लगे 6 घंटे❗
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में पहाड़ों से और तालाब से घूरे खेत में तुवर और कपास की फसल के बीच में हाईटेक तरीके से गांजे की फसल में ड्रिप से सिंचाई हो रही थी। गांजे के पौधों में यूरिया खाद डालकर खेती की जा रही थी। यहां लगभग 2 एकड़ में खेती हो रही थी। गांजे के पौधों को उखाड़ने में पुलिसकर्मियों को 6 घंटे लग गए। पुलिस की टीम तीन पिकअप वाहनों से गांजा भरकर बिस्टान थाने पहुंची।