Balodabazar Violence : जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव और निलंबित आईएएस रानू साहू की दीपावली जेल में ही गुजरेगी। कोर्ट ने अलग-अलग मामलों में दोनों की न्यायिक रिमांड अवधि बढ़ा दी है। रानू साहू को जिला खनिज फंड (DMF) घोटाले में 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है, जबकि बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की रिमांड 4 नवंबर तक बढ़ा दी गई है।
देवेंद्र यादव पर बलौदाबाजार हिंसा में भीड़ को उकसाने का आरोप है, और उनकी गिरफ्तारी 17 अगस्त को भिलाई से हुई थी। उनके खिलाफ पुलिस के पास कई गवाह और वीडियो साक्ष्य हैं। वहीं, यादव का दावा है कि पुलिस जानबूझकर चालान पेश करने में देरी कर रही है।
चालान में देरी और आरोपों की लड़ाई…
विधायक देवेंद्र यादव ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगते हुए कहा कि पुलिस जानबूझकर चालान पेश करने में देरी कर रही है ताकि उनके खिलाफ नए आरोप गढ़े जा सकें। 5 अक्टूबर को मामले के 90 दिन पूरे हो गए थे, जिसके बाद पुलिस को जल्द ही चालान दाखिल करना अनिवार्य हो गया है। देवेंद्र यादव के वकील ने सोमवार को उनकी जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इससे पहले 10 और 17 सितंबर को उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है।
गिरफ्तारी और जमानत की लड़ाई…
देवेंद्र यादव को 17 अगस्त को भिलाई से गिरफ्तार किया गया था और तब से उनकी न्यायिक रिमांड बार-बार बढ़ाई जा रही है। उन्हें रायपुर की सेंट्रल जेल में रखा गया है। पुलिस का दावा है कि देवेंद्र यादव का मोबाइल अब तक जमा नहीं हुआ है, जिससे जांच में देरी हो रही है। हालांकि, यादव के वकील का कहना है कि मोबाइल जब्त कर लिया गया था। हालांकि डीवीआर कॉपी करने के बाद पुलिस ने उसे लौटा भी दिया था।
विधायक पर भीड़ को उकसाने का आरोप…
देवेंद्र यादव पर बलौदा बाजार हिंसा को भड़काने का आरोप है। पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए चार बार नोटिस भेजा था, लेकिन यादव ने पहले बयान देने से मना कर दिया था। हालांकि, तीसरी बार नोटिस मिलने पर उन्होंने बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की थी। पुलिस का कहना है कि उनके पास देवेंद्र यादव के खिलाफ कई गवाह और वीडियो साक्ष्य हैं, इन्हीं आधार पर कार्रवाई की जा रही है।