कांग्रेस के भूपेश सरकार के जमाने में दागदार रहे अतुल शेट्टे की हुई मुख्य धारा में वापसी
अगर जेब में मां लक्ष्मी का वास हो तो भूपेश बघेल के कांग्रेस सरकार के जमाने में मंत्रियों के विशेष कर्तव्य अधिकारी वनवास नहीं काट सकते। ये बात स्पष्ट हो गई है। आज राजस्व अधिकारियों के ट्रांसफर सूची के सतरहवे क्रमांक में पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के विशेष कर्तव्य अधिकारी अतुल शेट्टे का नाम भी है।घोटाले का नायक और खाद्य विभाग में भ्रष्टाचार कर तबादला उद्योग चलाने वाले अतुल शेट्टे को नौ महीने पहले बीजापुर भेजा गया था। यही अतुल शेट्टे वर्तमान खाद्य को करोड़ो का वसूली ऑफर दें कर विशेष कर्तव्य अधिकारी बनने की भी कोशिश किया था।
इस अधिकारी के यहां आयकर विभाग ने छापा मारकर महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जप्त किए थे। ईडी ने भी अमरजीत भगत के पैसे को राजू अरोड़ा बिल्डर के यहां खपवाने में अतुल शेट्टे की भूमिका पाई है। भाजपा के ह्रदय परिवर्तन की बात समझ से बाहर की बात है।अगर सिर्फ नौ महीने में आदिवासी क्षेत्र बीजापुर में भेजा गया अधिकारी बिना एवजीदार के वापस आकर बलौदाबाजार में डिप्टी कलेक्टर का पद सम्हाल ले कोई बड़ी बात नहीं होगी। वैसे भी अतुल शेट्टे,रायगढ़ के है, जिंदल के जमीन अधिग्रहण के मामले में पुराने दागी है।संगठन क्या देख रहा है?