छत्तीसगढ़ : अधिवक्ता के तलाक सुधा पत्नी के साथ पुलिस के सब इंस्पेक्टर ने किया बलात्कार, और कराया गर्भपात
जांजगीर : जिले के कोतवाली थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक के खिलाफ रेप का अपराध दर्ज हुआ है। आरोपों के अनुसार अबॉर्शन करवाने के लिए दो बार दवाई खिलाकर एएसआई ने गर्भपात भी करवा दिया पुलिस अपराध दर्ज कर विवेचना में जुटी है मामला अकलतरा थानाक्षेत्र का है। मिली जानकारी के अनुसार जांजगीर जिले के कोतवाली थाने में एएसआई बलवंत धृत लहरे पदस्थ है, जिसके खिलाफ एक महिला ने अकलतरा थाना में अपराध दर्ज करवाया। महिला अकलतरा थाना क्षेत्र की ही रहने वाली है। बलवंत सुधीर लहरें बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र का मूल निवासी है और जांजगीर जिले में पदस्थ है। महिला की शिकायत के अनुसार उसकी शादी कोरबा निवासी अधिवक्ता से हुई थी। पति-पत्नी के बीच नहीं बनी और तब से महिला अपने पति को छोड़कर अकलतरा क्षेत्र में रह रही।
2023 को जांजगीर जिले के कोतवाली थाने में पदस्थ बलवंत धृतलहरें अपने घर वालों के साथ पीड़िता के घर पहुंचा और शादी करने की बात कहीं। पीड़िता ने जब बताया कि उसका तलाक नहीं हुआ है और तलाक का मामला अदालत में लंबित है। तब एएसआई ने बताया कि वह जांजगीर कोतवाली में पदस्थ है और उसके सारे मामले सुलझा देगा। इसके बाद 11 अगस्त 2023 को गिरौदपुरी ले जाकर सामाजिक रीति-रिवाज से शादी कर ली। एएसआई बलवंत धृतलहरे को अकलतरा थाना में पदस्थ रहने के दौरान शासकीय क्वार्टर एलॉट है। उसी क्वार्टर में महिला को लेकर एएसआई रहने लगा। इस दौरान शारीरिक संबंधों से वह दो बार गर्भवती भी हुई। इस दौरान टैबलेट आदि खिलाकर एएसआई ने उसका अबॉर्शन करवा दिया। इसके बाद उसे पत्नी मानने से इनकार कर लगातार मारपीट करने लगा। मारपीट से तंग आकर महिला अपने मायके आ कर रहने लगी। सामाजिक लोगों के आपसी समझाइश पर महिला फिर से एएसआई के साथ रहने लगी। एएसआई के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया और उसने मारपीट करते हुए महिला को घर से निकाल दिया। महिला एक बार फिर अपने मायके आकर रहने लगी।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया है कि 2 अगस्त 2024 को अदालत से उसका और उसके पूर्व वकील पति के मध्य तलाक हो गया। इसके बाद 11 अगस्त 2024 को वह फिर एएसआई बलवंत धृतलहरें के पास गई। पर फिर से बलवंत धृतलहरें ने उसके साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। फिर महिला ने न्याय की गुहार लगा थानों के चक्कर काटना शुरु कर दिया। पर उसे न्याय नहीं मिल पा रहा था। उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अकलतरा थाने में एएसआई बलवंत धृतरलहरे के खिलाफ बलात्कार और गर्भपात का अपराध दर्ज किया है।