छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में कलेक्टर कार्यालय और बंगले में ईडी का छापा ,ऐसे में कैसे “गढ़बो नवा छत्तीसगढ़” ? पूछने लगी जनता
रायगढ़ / रायपुर : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के कलेक्टर कार्यालय और कलेक्टर साहिबा के बंगले में ईडी की छापेमार कार्यवाही हुई है | ईडी की 4 टीम ने कलेक्टर रानू साहू के काले कारनामो को खंगालना भी शुरू कर दिया है | ईडी की टीम ने उनके सरकारी बंगले समेत कई ठिकानो में एक साथ छापेमारी की है | छत्तीसगढ़ गठन के बाद पहली बार ईडी ने ताबड़तोड़ कार्यवाही कर अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों की कथनी और करनी को आम जनता के सामने ला दिया है | बताया जाता है कि रायगढ़ कलेक्टर कार्यालय में CRPF की मौजूदगी में ईडी ने छपा मारा है |
उसके अफसरों ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग और खनिज विभाग में एक साथ दबिश दी है | कलेक्टर के बंगले में भी पड़ताल जारी है | बताया जाता है कि पिछले 40 घंटो से अपने दफ्तर और बंगले से गायब रही कलेक्टर रानू साहू भी अचानक प्रगट हो गई है | बताय जाता है कि मुख्यालय से नादरादगी के मामले में अपना बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि मेडिकल रीजन से वे बाहर गई हुई थी |
उधर कलेक्टर दफ्तर और सरकारी बंगले में छापेमारी के अलावा ईडी ने रानू साहू के कई और ठिकानो पर दबिश दी है | बताया जाता है कि रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी की काला बाजारी में हिस्सेदार दर्जन भर अफसरों और कारोबारियों से ईडी की पूछताछ जारी है | इधर ईडी ने वर्ष 2009 बैच के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई समेत उनके साथी कोल माफियाओ को रायपुर की अदालत में पेश किया | ईडी ने इन्हे रिमांड में लिया है | माना जा रहा है कि 3 अन्य अफसरों पर गिरफ़्तारी का खतरा मंडरा रहा है |
ये अफसर राज्य प्रशासनिक सेवा के बताये जाते है | जानकारी के मुताबिक सूर्यकांत गिरोह से जुड़े कुछ अफसरों के खिलाफ ईडी को पुख्ता सबूत हासिल हुए है | सूत्रों के मुताबिक आईटी-ईडी की 8 नई टीम मुंबई,दिल्ली,कोलकाता और बेंगलुरु से रायपुर आने की खबर है | अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि आने वाले दिनों कई आईएएस और आईपीएस अफसरों के अलावा बड़े कारोबारी भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी के हथ्थे चढ़ सकते है