इस तस्वीर को लेकर आखिर क्यों मच रहा है बवाल: पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर लगाया आदिवासी विरोधी होने का आरोप……
छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के नाम पर सियासत लगातार जारी है। अब कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम के बहाने एक नया विवाद शुरू हो गया है…

इस तस्वीर को लेकर आखिर क्यों मच रहा है बवाल: पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर लगाया आदिवासी विरोधी होने का आरोप……छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के नाम पर सियासत लगातार जारी है। अब कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम के बहाने एक नया विवाद शुरू हो गया है…

रायपुर : छत्तीसगढ़ में आदिवासियों के नाम पर सियासत लगातार जारी है। अब कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम के बहाने एक नया विवाद शुरू हो गया है। दरअसल भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस पर आदिवासी विरोधी होने का बड़ा आरोप लगाया है। साथ ही मान अपमान पर सियासत होने लगी है। भाजपा प्रवक्ता और पूर्व मंत्री कश्यप ने कहा कि आदिवासी नृत्य महोत्सव के नाम पर कांग्रेस सरकार अपनी ही पार्टी की महिला आदिवासी नेता का अपमान करने से बाज नहीं आ रही है।

भाजपा नेता केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस सांसद फूलोदेवी नेताम एक बड़ी आदिवासी नेता हैं। उच्च सदन की सदस्या होने के साथ ही छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी हैं, लेकिन उनको बैठने के लिए आगे की सीट तक नसीब नहीं हो सकी। वहीँ विधायक अंबिका सिंहदेव ने एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसमें विधायक की पिछली सीट में सांसद को बिठाया गया था। भारतीय जनता पार्टी ने इसे प्रोटोकॉल के विरूद्ध बताकर इसे आदिवासी नेता व सांसद फूलोदेवी नेताम का अपमान बताया है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस की संस्कृति में यही बुनियादी अंतर् है। भारतीय जनता पार्टी की अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार ने आदिवासियों को सम्मान दिया और आदिवासी विकास के लिए मंत्रालय बनाया। बीजेपी की मोदी सरकार ने देश को आदिवासी राष्ट्रपति दी। भारतीय जनता पार्टी की छत्तीसगढ़ सरकार ने आदिवासियों को 32 प्रतिशत आरक्षण दिया और दूसरी तरफ कांग्रेस की सरकार है जो अपनी ही महिला आदिवासी सांसद को आदिवासी नृत्य महोत्सव में अपमानित कर रही है।

इधर इस मामले छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज सुशील आनंद शुक्ल ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ के आदिवासियों का पूरा सम्मान कर रही है। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव और आदिवासी नृत्य महोत्सव आदिवासी समाज को समर्पित किया गया है। 15 बरस तक भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में रही मगर प्रदेश की सबसे बड़ी और पुरानी आदिवासी सभ्यता को उपेक्षित किया गया। किन्तु आज ऐसा नहीं है देश का सबसे भव्य आदिवासी नृत्य महोत्सव मनाया जाता है। जबकि कल से खबर आ रही है की बाहर से आये कलाकारों और बच्चों को भोजन भी नहीं दिया गया ना ही उनकी देखभाल की को समूचित व्यवस्था ही की गई है।

Rajnish pandey

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