बिलासपुर : पुलिस कप्तान ने आज साल 2022 में अपराधिक गतिविधियों और पुलिस कार्रवाई का लेखा जोखा पेश किया। पारूल माथुर ने बताया कि जिले के आठ थानों में दर्ज करीब 13 अपराधों की गुत्थी को अभी तक नहीं सुलझाया जा सका है। पुलिस कप्तान के अनुसार सर्वाधिक अनसुलझी गुत्थी का मामला मस्तूरी और सीपत थाना क्षेत्र का है। इस साल पिछले साल की तुलना में आबकारी मामलों में सर्वाधिक अपराध दर्ज कर रिकार्ड संख्याा में आरोपियों को पकड़ा गया है।
पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने बीते दो साल का तुलनात्मक अपराध और पुलिस कार्रवाई का आंकड़ा पेश किया। उन्होने बताया कि साल 2022 में हत्या के 67 मामलों में 64 प्रकरणों का निराकरण कर कुल 93 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि हत्या के प्रयास के70 अपराध कायम हुए है। डकैती के 7 मामलों में कुल 31 आरोपियों को जेल दाखिल कराया गया है।लूट के दर्ज 37 मामलों में 70 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।
पिछले साल दर्ज चोपी रे 1101 के मुकाबले इस साल 1138 अपराध दर्ज हुए। नकबजनी मे इस साल कम मामले सामने आए। वहीं चोरी का अपराध बढ़ा है।बलवा का 2022 में दर्ज 72 प्रकरणों में 378 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।इसके अलावा धोखाधड़ी के दर्ज 192 प्रकरण में 91आरोपियों को जेल दाखिल कराया गया है।
आबकारी एक्ट के तहत 2227 मामलों में 2230 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया
आठ थानों में दर्ज अनसुलझे 13 अपराध
पुलिस कप्तान के अनुसार जिले के आठ थानों में कुल 13 मामलों की गुत्थी अभी भी अनसुलझी हुई है। मामले में लगातार पतासाजी की जा रही है। सर्वाधिक अनसुलझा मामला मस्तूरी और सीपत थाना में तीन तीन की संख्या में दर्ज है। कोटा में दो मामलों को अभी भी नहीं सुलझाया जा सका है। जबकि सिटी कोतवाली, तखतपुर, बिल्हा रतनपुर और सिविल लाइन थाना में एक 302 का एक लंबित अपराध की गुत्थी को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि 302का वह आरोपी सरेआम शहर में घुम रहा है और थाने के रिकार्ड में कागज में फरार है सिविल लाइंस पुलिस पुलिस चाह कर उक्त 302के आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है ।