नामी व्यापारी बरसैंया के ड्राइवर केजाऊ यादव हत्या/ हादसा? मामला परिजनों का पुलिस जांच में लापरवाही का आरोप पुलिस अधीक्षक बोले बिना दबाव निष्पक्ष होगी जांच टीम का किया जायेगा गठन
बिलासपुर : बरसैया ट्रैडर्स ड्रायवर की मौत का मामला धीरे धीरे गरम होता जा रहा है। शुक्रवार को पीड़िता की तरफ से पुलिस कप्तान से मिलकर न्यायिक जांच की मांग की गयी है। साथ ही पीड़िता ने सिविल लाइन थाना प्रभारी को तत्काल हटाए जाने की फरियाद की है। मामले में पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने स्पष्ट किया है कि राजपत्रित अधिकारी की टीम बिना दबाब मामले की गंभीरता से निष्पक्ष जांच करेगी।
जो निर्णय आएगा..उसे सबके सामने रखा जाएगा। पत्रकारों से चर्चा के दौरान पुलिस कप्तान ने संकेत दिया कि कोई भी ऐसा अधिकारी टीम में नहीं रखा जाएगा। जिससे किसी को जांच प्रभावित होने का अंदेशा है। जानकारी देते चलें कि पांच फरवरी की रात्रि 9 और 10 बजे के बीच बरसैया ट्रैडर्स के ड्रायवर की मौत कार सवार तीन लोगों की मौजूदगी में हुई है। कार में बरसैया परिवार के दो सदस्य सुयश और सौरभ गुप्ता के अलावा एक लड़की शोभा मधुकर थी।
मोछ और जोरापारा निवासी केजऊ ऊर्फ गोवर्धन यादव का मामला अब धीरे धीरे गरम होता जा रहा है। पीड़िता विधवा ने शुक्रवार को लिखित शिकायत कर न्यायिक जांच की मांग की है। विधवा मीनाक्षी और मृतक के पिता रामलोचन यादव ने पुलिस कप्तान को बताया कि केजऊ की हत्या के कई कारण है। मृतक के शरीर पर मारपीट और नोच खसोट का निशान पाया गया है। चूंकि बरसैया ट्रेडर्स के लोग अमीर और रसूख वाल हैं। सिविल लाइन थाना प्रभारी की भूमिका प्रथम दृष्टया संदिग्ध है।
थाना प्रभारी को हटाने की मांग
मृतक के परिजनों ने लिखित आवेदन कर मामलें में जांच प्रक्रिया से सिविल लाइन थाना प्रभारी को दूर रखने के अलावा स्थानांतरित किए जाने की बात कही है। पीड़िता मीनाक्षी और पिता रामलोचन यादव ने बताया कि बरसैया ट्रेडर्स के लोग काफी ताकतवर है। थाना प्रभारी की भूमिका मामले मे संदिग्ध है। ऐसा लगता है कि आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। जानकारी मिल रही है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसलिए उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी प्रदान किया जाए।
यादव समाज में सुगबुगाहट
मामले को लेकर अब यादव समाज ने भी मोर्चा खोलने का एलान किया है। यादव समाज के वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि शनिवार को समाज के वरिष्ठों के साथ बैठक होगी। जो भी पैसला होगा..उसका पालन किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो धरना प्रदर्शन से लेकर कलेक्टर और एसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। साथ ही थाना प्रभारी को हटाए जाने की भी बात होगी।
बिना प्रभावित होकर टीम करेगी जांच
मामले में पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने बताया कि परिजनों की तरफ से जांच की मांग की गयी है। मामला गंभीर है। परिवार की मांग पर राजपत्रित अधिकारी की टीम जांच करेगी। सभी पहलुओं को खंगाला जाएगा। सच्चाई समाने आ जाएगी। पत्रकारों से सवाल जवाब के दौरान आईपीएस ने बताया कि पीड़ितों की मांग को प्रमुखता से लिया जाएगा। इस दौरान उन्होने थाना प्रभारी को जांच टीम से दूर रखे जाने का भी संकेत दिया। संतोष सिंह ने बताया कि जांच पूरी होने तक पीएम रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराया जा सकता है। इस दौरान संतोष सिंह ने जिक्र किया कि पीएम रिपोर्ट मे हमला का जिक्र किया गया है। शराब मामले में भी टीप है। रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल की कार्रवाई होगी। जो भी निर्णय आएगा उसकी जानकारी भी देंगे।