CG NEWS: छत्तीसगढ़ में ACB-EOW चीफ डीएम अवस्थी संविदा नियुक्ति की राह में, पसोपेश में सीएम दफ्तर
दिल्ली / रायपुर : छत्तीसगढ़ कैडर के 1986 बैच के IPS अधिकारी डीएम अवस्थी की दोबारा ताजपोशी की नीव रखे जाने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि अवस्थी की संविदा नियुक्ति किये जाने को लेकर नौकरशाही के एक खास वर्ग में चर्चाये भी शुरू हो गई है। बताते है कि इस मामले को लेकर सीएम कार्यालय भी सक्रिय है। हालांकि अवस्थी की संविदा नियुक्ति अथवा 6 माह के कार्यकाल को बढ़ाए जाने को लेकर राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की गई है। इस बीच चर्चा है कि डीएम अवस्थी के कार्यो से सीएम बघेल गदगद है।
जानकारी के मुताबिक 31 मार्च 2023, ACB-EOW के DG डीएम अवस्थी का आखिरी कार्य दिवस है। संयुक्त मध्य प्रदेश के दौर में डीएम अवस्थी ने ग्वालियर चंबल डिवीज़न में डकैत निर्मूलन से जुड़े कई ऑपरेशन की कमान संभाली थी। मालवा और निमाड़ डिवीज़न में विभिन्न पदों पर तैनात रहने के उपरांत अवस्थी ने मैदानी इलाको में अपनी कार्यप्रणाली की विशेष छाप छोड़ी थी।
वर्ष 2001 में मध्य प्रदेश राज्य कैडर विभाजन के दौरान उन्हें जबरिया छत्तीसगढ़ कैडर आबंटित कर दिया गया था। हालांकि नव गठित छत्तीसगढ़ में भी उन्होंने बेहतर कार्यो से पुलिस नेटवर्क की मजबूती के प्रयास किये थे। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने अचानक उन्हें DGP के पद से हटा दिया था।
बताते है कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार का दौर हो या फिर मौजूदा सरकार के कार्यकाल में अवस्थी ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। राज्य के पहले मुख्यमंत्री अजित जोगी हो या फिर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, पुलिस और अपराधों के नियंत्रण को लेकर उनकी राय को खासा महत्व दिया करते थे। बताते है कि बघेल सरकार में डीएम अवस्थी की DGP पद से विदाई और ACB-EOW के प्रमुख के पद पर तैनाती दोनों ही मामले राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारों में चर्चा में रहे है।
वरिष्ठ अधिकारी डीएम अवस्थी उस समय चर्चा में आये थे, जब बेहतर कार्य करने के बावजूद अचानक राज्य सरकार ने DGP पद से हटाते हुए, अवस्थी को पुलिस ट्रेनिंग संस्थान में उनके स्तर से निचले पद पर स्थानांतरित कर दिया था।
इस दौरान उनकी कार्यप्रणाली पर ED के आरोपियों और जूनियर IPS अधिकारियो के एक गुट ने सवालिया निशान लगाए थे। इस बारे में आपराधिक छबि के IPS अधिकारियो की नान घोटाले के आरोपियों के प्रति नरमी बरते जाने और मामले को रफा दफा करने से जुडी कई चैट सामने आ चुकी है।देंखे चैट…..
बताते है कि टुटेजा बंधुओ और सौम्या चौरसिया के ठिकानो में ED की छापेमारी के दौरान जप्त मोबाइल फोन से कई बड़ी घटनाओ और साजिशो का खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में ED और CBI के आरोपियों के साथ कई IPS अधिकारियो की चैट इन दिनों केंद्रीय गृह मंत्रालय से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में खूब सुर्खियां बटोर रही है। ऐसे समय बघेल सरकार द्वारा डीएम अवस्थी को रिटायरमेंट के बाद संविदा नियुक्ति प्रदान कर दोबारा ACB-EOW का चीफ बनाएं जाने की चर्चाएं नौकरशाही में जोर पकड़ रही है। देंखे चैट…..
बताते है कि जेल में बंद सौम्या चौरसिया ने एक फरमान जारी कर पूर्व DGP और EOW-ACB के मौजूदा DG डीएम अवस्थी की सेवा अवधि 6 माह तक बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत इसी माह 31 मार्च 2023 को रिटायर हो रहे डीएम अवस्थी की दोबारा ताजपोशी की चर्चाएं शुरू हो गई है। हालांकि अवस्थी की कार्यप्रणाली को देखते हुए नहीं लगता की वे रिटायरमेंट के बाद भी बघेल सरकार के पाले में बने रहेंगे। बताते है कि अवस्थी गैर क़ानूनी कार्यो के लिए सरकार से जुड़े लोगो को अक्सर दूर से ही सलाम करते नजर आते थे।
बताते है कि नान घोटाले के आरोपियों की मदद से इंकार तो कभी गवाहों के मुकरने से हैरान डीएम अवस्थी ने अनिल टुटेजा और सौम्या चौरसिया से जुड़े मामलो को लेकर खासी चौकसी बरती थी। सेक्स सीडी कांड में CBI के गवाहों को प्रभावित करने का मामला हो या फिर पुलिस विभाग में मुखबिरी के लिए आबंटित होने वाली SS फंड की रकम का राजनीतिक इस्तेमाल का मसला हो, ऐसे गैर क़ानूनी कार्यो पर रोक लगाने के लिए अवस्थी ने काफी प्रयास किया था।
लेकिन, बताते है कि विभाग में उनकी एक ना चली थी। DGP के पद पर कार्यरत रहते वे ED के आरोपियों और कुछ चुनिंदा जूनियर IPS अधिकारियों की साजिशो का शिकार हो गए थे। बताते है कि इस दौरान सौम्या चौरसिया और अनिल टुटेजा ने एक साथ मिलकर डीएम अवस्थी को ठिकाने लगा दिया था। हालांकि वे कुछ महीनो बाद पुनः EOW की कमान सँभालने में कामयाब रहे थे। फ़िलहाल, सौम्या चौरसिया की अचानक डीएम अवस्थी पर मेहरबानी चर्चा का विषय बनी हुई है।न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने इस मामले को लेकर आधिकारिक जानकारी के लिए राज्य सरकार एवं डीएम अवस्थी से संपर्क किया गया। लेकिन कोई प्रति उत्तर नहीं प्राप्त हो सका