भिलाई : महादेव ऑनलाइन सट्टा के पैसा वसूली और अपहरण कर युवक की पिटाई मामले के फरार आरोपी कांग्रेसी नेता विक्की शर्मा ने 12 जून को जामुल थाने में सरेंडर कर दिया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया है। पर सवाल ये है कि पुलिस आखिर विक्की शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाया? जबकि सूत्र के अनुसार विक्की शर्मा भिलाई में ही छिपा हुआ था।गौरतलब है कि दिसंबर 2023 में महादेव सट्टा एप के खाइवालों की दबंगई का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ था। इस वीडियो में सट्टा खाईवाल जय शर्मा, विक्की शर्मा द्वारा तीन बेकसूर युवकों को घर में बंधक बनाकर बेरहमी से पीटते दिख रहे थे। प्रार्थी की शिकायत पर जामुल थाना पुलिस ने भिलाई के कांग्रेसी नेता विक्की शर्मा, जय शर्मा पिता विक्की शर्मा, बलवीर सिंह, डिम्पी शर्मा पिता विक्की शर्मा के खिलाफ धारा 294-IPC, 323-IPC, 34-IPC, 347-IPC, 365-IPC, 506-IPC के तहत अपराध दर्ज किया था। अपराध दर्ज होने के बाद विकी शर्मा विगत 5 माह से फरार था।हाउसिंग बोर्ड निवासी केवल देवांगन उम्र 22 वर्ष पिता प्रभुराम देवांगन ने पुलिस को लिखित शिकायत में बताया कि विक्की शर्मा, जय शर्मा, बलवीर सिंह द्वारा हमें कम्प्युटर ऑपरेटर की नौकरी लगाने के नाम पर पटना (बिहार) में ले गए। वेतन 30,000 रु. प्रति व्यक्ति माह और खाना-पीना रहना अलग से मिलेगा बताया गया। वहाँ जाकर हमें पता चला कि ये लोग महादेव सट्टा ऐप चलाते है, जिससे हमने यह काम करने से मना कर दिया। वहाँ हमको ये लोग काम करवाने के लिए मजबूर करते रहे और धमकी देते थे कि अगर हमारे काम में हमारा सहयोग नही करोगे, तो वापस भिलाई नही जा पाओगे।
लगभग 15-20 दिनो बाद मौका मिलने पर हम लोग वहाँ से भागकर भिलाई आ गये। भिलाई पहुंचने के कुछ दिन बाद हमारे साथ जो भाग के आया हुआ था जिसका नाम अमित हलदर है जिसको उन्होने पहले से पकड़ कर रखा हुआ था। फिर अमित हलदर ने हम दोनो को फोन करके नागसेन विद्यालय के पास बुलाया वहाँ पर जय शर्मा तथा उसका पिता विक्की शर्मा और बलवीर सिंह पहले से मौजूद थे।गाली देते हुए हम तीनों को गाड़ी में ढकेल दिये और ले गये । उस समय गाड़ी को बलवीर सिंह उर्फ बंटी चला रहा था और हम लोगो को विक्की शर्मा के घर नागसेन स्कूल रोड से ले कर गये। वहाँ हम लोगों को बंधक बनाकर बहुत पीटा गया। साथ ही उनकी बेटी डिम्पी शर्मा भी हम लोगो को पीट रही थी। हमारे साथ विडियो भी बनाया। हम लोगों से कहने लगे कि तुम्हारे भाग जाने से 7 लाख रुपये का नुकसान हो गया। इसकी भरपाई तुम लोगो को करनी पड़ेगी। ये बोल-बोल कर हमारे साथ मारपीट करते रहे। हम तीनों के पास कुल मिलाकर 17000 रु. थे। उसे इन लोगो ने छिन लिया और बार-बार कहते रहे हमारे नुकसान की भरपाई तुम लोग करो। बाकी का 6 लाख 83 हजार की तुमसे और तुम्हारे परिवार से वसूलेंगे। और कहने लगे की हमें किसी का भी डर नहीं है जहाँ जाना है वहाँ चले जाओ। हमारी पहचान ऊपर तक है और अगर तुम लोगो ने पुलिस में शिकायत की तो तुम कब गायब हो जाओगे तुम्हारे घर वाले ढूंढते रह जायेगे।