बिलासपुर, 21 जुलाई 2024: कलेक्टर अवनीश शरण द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये स्वास्थ्य, निगम, और पंचायत की संयुक्त बैठक में डायरिया, मलेरिया, और डेंगू की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इस बैठक के बाद एसडीएम पीयूष तिवारी के नेतृत्व में सघन अभियान चलाया गया।
झोलाछाप डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई
बिलासपुर अनुविभाग अंतर्गत बिलासपुर और बेलतरा तहसील क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। एसडीएम पीयूष तिवारी ने डीएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी और डॉ. सौरभ शर्मा के साथ मिलकर किसान पारा चांटीडीह स्थित शिव कुमार धुरी के क्लीनिक का निरीक्षण किया। एलोपैथी दवाइयां और इंजेक्शन रखने तथा इलाज करने संबंधी सुसंगत दस्तावेज न प्रस्तुत करने के कारण इस क्लीनिक को सील कर दिया गया।
सेंदरी में पलाश कुमार राय के क्लीनिक और ग्राम सेमरताल में श्री प्रसंजीत मलिक के क्लीनिक में भी जांच की गई। चिकित्सा किए जाने संबंधी कोई भी प्रमाणित वैध अनुमति के दस्तावेज न मिलने पर इन क्लीनिकों को भी सील किया गया। ग्राम सेमरा में दरसराम साहू और पुष्पा साहू के क्लीनिकों में भी दस्तावेजों की कमी पाई गई, जिसके कारण इन्हें सील कर दिया गया। ग्राम देवरीखुर्द में बंगाली क्लीनिक और सरकंडा इमलीभाटा में एक अन्य अवैध क्लीनिक को भी सील करने की कार्रवाई की गई।
प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
एसडीएम पीयूष तिवारी ने डायरिया प्रभावित ग्राम नेवसा और मदनपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव में पाइपलाइन को दुरुस्त करने, नया पाइपलाइन बिछाने, और सतत सर्वेक्षण कर डायरिया की रोकथाम के निर्देश दिए। इस दौरान तहसीलदार अतुल वैष्णव, मुकेश देवांगन, शशिभूषण सोनी, शशांक शेखर शुक्ला, नायब तहसीलदार राहुल साहू और नेहा विश्वकर्मा द्वारा स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमों के साथ कार्रवाई पूरी की गई।
एसडीएम श्री तिवारी ने बताया कि डायरिया, मलेरिया और डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। सभी संबंधित विभागों को समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी स्तर पर कोई कमी न रहे और लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।