नशे में धुत्त मंत्री लक्ष्मी रजवाड़े के जेठ का हुआ विडियो वायरल चौकी प्रभारी पर रौब झाड़ते हुए कालर पकड़ने का आरोप पुलिस विभाग में आक्रोश मिडिया के सामने छिपाते रहे चेहरा
अंबिकापुर : 25 अगस्त की रात शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड में 2 युवक कार में बैठकर शराब पी रहे थे। यह देख बस स्टैंड सहायता केंद्र प्रभारी ने उन्हें खुले में शराब पीने से मना किया तो वह उससे विवाद करने लगा। उसने कहा कि वह महिला बाल विकास मंत्री का जेठ है। इसी बीच उसने प्रभारी की वर्दी पकडक़र झटका दिया तो उसे सहायता केंद्र में बैठा लिया गया। फिर उसे कोतवाली ले जाकर मेडिकल जांच कराया गया। 1 घंटे के भीतर ही एसपी का फोन आने के बाद कोतवाली टीआई ने उसे छोड़ दिया। यही नहीं, एसपी ने मौखिक तौर पर सहायता केंद्र प्रभारी को लाइन अटैच भी कर दिया।
शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड में 25 अगस्त की रात करीब सवा 9 बजे कार में बैठकर 2 युवक शराब पी रहे थे। बस स्टैंड के सहायता केंद्र प्रभारी प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम की जब उन पर नजर पड़ी तो वह उनके पास गया और कहा कि सार्वजनिक स्थान पर शराब न पीएं, ऐसे में कार्रवाई की जा सकती है।
सहायता केंद्र प्रभारी का आरोप है कि राजू राजवाड़े ने खुद को महिला बाल विकास मंत्री का जेठ बताते हुए गाली-गलौज शुरु कर दी। इसके बाद उनकी वर्दी पकडक़र झटका दे दिया, इससे उसका नेम प्लेट नीचे गिर गया। इस पर प्रभारी दोनों युवकों को सहायता केंद्र में ले आया।
सहायता केंद्र के भीतर का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में सहायता केंद्र प्रभारी द्वारा यह कहा जा रहा है कि ‘गजब हो गया!आप मंत्री के सगे संबंधी है तो क्या आपको शराब पीकर कहीं भी हुड़दंग मचाने की छूट मिल गई है?
क्या आप मंत्री के रिश्तेदार हैं तो उनकी छवि खराब करने में लग जाएंगे, शराब पीकर कही भी हुड़दंग मचाएंगे। इस दौरान राजू राजवाड़े नामक युवक जो अपने आप को मंत्री का जेठ बता रहा है का वीडियो में अपना चेहरा छिपाता नजर आ रहा है।
कोतवाली टीआई ने छोड़ा, एसपी ने किया लाइन अटैच
सहायता केंद्र प्रभारी का कहना है कि उनके द्वारा दोनों युवकों को कोतवाली ले जाया गया। यहां मेडिकल चेकअप हुआ। यहां मैंने अपने साथ हुए गाली-गलौज व वर्दी पकडऩे संबंधी आवेदन भी दिया। 1 घंटे बाद एसपी साहब का फोन आया और टीआई साहब ने उन्हें छोड़ दिया। वहीं मौखिक रूप से मुझे लाइन अटैच कर दिया गया है।
फोन पर दी जा रही धमकी
प्रधान आरक्षक देवनारायण नेताम ने बताया कि उन्हें 26 अगस्त को दो अलग-अलग नंबरों से कॉल कर धमकी दी जा रही है। कॉल करने वाले कह रहे हैं कि जयनगर आओ तब बताते हैं।
मामला अधिकारियों के संज्ञान में
एडिशनल एसपी अमोलक सिंह ढिल्लो का कहना है कि यह मामला अधिकारियों के संज्ञान में है, किसी के साथ कुछ गलत नहीं होगा। और उसे लाइन अटैच नहीं किया गया है।