महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है। यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। वहीं, शिवसेना के बागी विधायकों को बीते आठ दिनों से गुवाहाटी के एक होटल में रखा गया है।अब 11जूलाई तक रूकने की संभावना बन रही है।
कानूनी लड़ाई में उलझने के कारण 48 बागी विधायकों के इस लग्जरी होटल में और अधिक समय तक रुकने की संभावना है।
ऐसे में बागी विधायक खुद को व्यस्त रखने के लिए शतरंज और लूडो का सहारा ले रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया, “जो विधायक रोजमर्रा की जिंदगी में व्यस्त रहते हैं, अब उन्हें खुद को व्यस्त रखने के लिए शतरंज और लूडो खेल खेलने का समय मिल रहा है। होटल में विधायकों के बीच कुछ बैठकें होती हैं। इसके अलावा शायद ही वो किसी अन्य गतिविधि में शामिल होते हैं। कभी-कभी भाजपा नेता और मंत्री होटल में विधायकों से मिलने जाते हैं।”
बागी विधायकों की अयोग्यता की कार्यवाही पर रोक
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष की ओर से जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ शिवसेना के बागी विधायकों को राहत दी है। अदालत ने कहा कि संबंधित विधायकों की अयोग्यता पर 11 जुलाई तक फैसला नहीं लिया जाना चाहिए। साथ ही अदालत ने अयोग्यता नोटिस की वैधानिकता को चुनौती देने वाले बागी विधायकों की याचिकाओं पर राज्य सरकार व अन्य से जवाब तलब किया।
वहीं, शिवसेना नेताओं ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समर्थन में औरंगाबाद क्षेत्र के तीन बागी विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में सभाओं को संबोधित किया। शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे, विनोद घोसालकर और एमएलसी अंबादास दानवे ने वैजापुर, औरंगाबाद पश्चिम और औरंगाबाद सेंट्रल विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, जिनका प्रतिनिधित्व क्रमशः रमेश बोर्नारे, संजय शिरसत और प्रदीप जायसवाल करते हैं।