विधायक देवेंद्र यादव बलौदाबाजार पहुंच थाने में दर्ज कराई उपस्थिति, पुलिस ने की पूछताछ
बलौदाबाजार: भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने बलौदाबाजार हिंसा मामले में तीन नोटिस मिलने के बाद पहली बार कोतवाली थाना पहुंचकर पुलिस के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने एसपी विजय अग्रवाल से मुलाकात की और पुलिस द्वारा की जा रही जांच के संबंध में चर्चा की। इस दौरान मीडिया से बातचीत में यादव ने बताया कि सतनामी समाज के कुछ लोगों के बुलावे पर वे प्रदर्शन में शामिल हुए थे, लेकिन मंच पर नहीं गए थे।
यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस घटना के वास्तविक दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा, “पुलिस ने मुझे तीन नोटिस भेजे थे, लेकिन पारिवारिक कारणों से मैं बाहर था। कल पुलिस मेरे घर पर पहुंच गई, जिससे मैं व्यथित हुआ। आज मैंने अपने प्रदेश अध्यक्ष को जानकारी देने के बाद एसपी से मुलाकात की है।”
क्या है पूरा मामला
15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल जैतखाम में तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन समाज के लोग पुलिस की इस कार्रवाई से असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की थी।
प्रदर्शन और हिंसा
10 जून को जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया। प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी और उपद्रवियों ने कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव भी समाज के इस प्रदर्शन में शामिल हुए थे। पुलिस ने अब तक 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच जारी है।
यादव के थाने में पहुंचने के बाद पुलिस ने उनसे घटना के बारे में पूछताछ की। पुलिस का कहना है कि जांच में हर संभव पहलू पर गौर किया जा रहा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यादव ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वे सत्य और न्याय के पक्ष में हैं और पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेंगे।