छत्तीसगढ़ में भारी बारिश का कहर: 11 जिलों में येलो अलर्ट, बस्तर में सामान्य से ज़्यादा बारिश
रायपुर।छत्तीसगढ़ में बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश ने प्रदेश के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी है। खासकर बस्तर में सामान्य से ज़्यादा बारिश दर्ज की गई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के भीतर राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, बिलासपुर, कोरबा, रायपुर, दुर्ग, बालोद, मुंगेली, राजनांदगांव, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बस्तर, कोंडागांव और मोहला-मानपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ में 30 जुलाई तक मानसून की गतिविधियां सक्रिय रहने का भी अनुमान है। राज्य में अब तक औसतन 541.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
छत्तीसगढ़ में 24 जून को मॉनसून के प्रवेश के बाद शुरू में ज़्यादा बारिश नहीं हुई थी, लेकिन 18 जुलाई से मानसून ने जोर पकड़ लिया और बस्तर में भारी बारिश शुरू हो गई। 19 जुलाई तक प्रदेश में बारिश औसत से 26 प्रतिशत तक कम थी। इसके बाद बस्तर संभाग में जमकर बारिश हुई। बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1304.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सरगुजा जिले में सबसे कम 201.3 मिमी वर्षा हुई है।
सुकमा, बालोद, मोहला मानपुर, नारायणपुर, अंबागढ़ चौकी और बलौदा बाजार जिलों में औसत से अधिक बारिश हुई है, जबकि 17 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीजापुर जिले में सर्वाधिक वर्षा हुई है।
भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। जनजीवन प्रभावित हुआ है और प्रशासन अलर्ट पर है। मौसम विभाग ने नागरिकों से सावधानी बरतने और आवश्यकतानुसार ही घरों से बाहर निकलने की अपील की है।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया है। जलभराव और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए संबंधित जिलों में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा राहत शिविरों की व्यवस्था की जा रही है और प्रभावित परिवारों को आवश्यक सहायता पहुंचाई जा रही है।