केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को न पहचान पाने की लेखपाल को मिलेगी ऐसी सजा! जानिए आखिर क्या है पूरा माजरा?
अमेठी: केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को फोन पर नहीं पहचानने वाले लेखपाल के खिलाफ बड़ा एक्शन हो सकता है। लेखपाल के खिलाफ अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करने पर जांच के आदेश दिए गए हैं।
दरअसल, ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के शनिवार को जिले के प्रवास से जुड़ा हुआ है। इस दौरान मुसाफिरखाना तहसील के पुरे पहलवान गांव निवासी ने उन्हें शिकायती पत्र देकर कहा था कि उनके पिता की मृत्यु के बाद उनकी मां पेंशन की हकदार हैं, लेकिन लेखपाल द्वारा उनका सत्यापन नहीं किया जा रहा है।
शिकायतकर्ता करुणेश (27) ने आगे कहा कि इसके कारण उसकी मां को पेंशन नहीं मिल पा रही है। इस पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लेखपाल को फोन किया, लेकिन वह उन्हें पहचान नहीं पाए। लेखपाल मुसाफिरखाना तहसील अंतर्गत गौतमपुर ग्राम सभा में तैनात है।
इधर, अमेठी के मुख्य विकास अधिकारी (CDO) अंकुर लाथर ने आज एक न्यूज एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया कि करुणेश के पत्र के अनुसार, यह मुसाफिरखाना लेखपाल दीपक की ओर से ढिलाई का मामला है और उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया है. अनुमंडल दंडाधिकारी मुसाफिरखाना को मामले की जांच करने को कहा गया है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.