बिहार में नई सरकार का शपथग्रहण कल शाम 4, बजे 7 पार्टियों के गठबंधन की बनेगी सरकार
बिहार में आज पूरे दिन राजनीतिक उथल-पुथल मची रही। नीतीश कुमार ने एनडीए से अपनी राहें अलग करते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक वह साथ रहे, उन्होंने गठबंधन का धर्म निभाया। विधायकों और सांसदों की सहमति के बाद हमने फैसला लिया. सभी नेताओं की इच्छा थी कि हम एनडीए गठबंधन से अलग हों। उन्होंने बीजेपी पर जेडीयू को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया।
नीतीश ने ये बयान जेडीयू विधायकों के साथ बैठक में दिया। बैठक में नीतीश कुमार ने पार्टी के विधायकों से कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया. जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची गई। बीजेपी ने हमारे विधायकों को खरीदने की तैयारी की थी। वहीं दूसरी तरफ नीतीश ने नई सरकार बनाने का दावा तो पेश कर दिया है। राज्यपाल ने नीतीश को शपथ ग्रहण समारोह का समय भी दे दिया है. 10 अगस्त शाम 4 बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा. नीतीश कुमार नई सरकार में सीएम पद की शपथ लेंगे. जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस समेत 7 पार्टियों के गठबंधन की सरकार बनेगी। तेजस्वी यादव भी कल ही शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि मंत्रियों की लिस्ट भी तैयार हो गई है। साथ ही मंत्रालय का बंटवारा भी करीब-करीब तय हो गया है।
कुछ यूं रही आज सियासी उथापुथल
बिहार में नीतीश कुमार ने मंगलवार को एनडीए के मुख्यमंत्री के तौर पर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया। इसके बाद सर्वसम्मति से महागठबंधन का नेता चुने जाने पर उन्होंने नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने राज्यपाल को 164 विधायकों की सूची सौंपी और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह कब हो सकता है, वह हमें बताएंगे।
वहीं केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता अश्विनी चौबे ने एनडीए से अलग होने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर नीतीश कुमार को अवसरवादी करार दिया और कहा कि बिहार को धोखा देने वाले उसके विकास की राह में रोड़े अटकाना चाहते हैं। कम सीटें जीतने के बावजूद हमने उन्हें (नीतीश को) मुख्यमंत्री बनाया. उन्होंने दूसरी बार बिहार की जनता के साथ धोखा किया है. उन्हें घमंड हो गया है।
वहीं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़कर बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि उन्होंने दूसरी बार जनादेश का अपमान किया है. पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने और नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की।
वहीं बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए में उथल-पुथल के बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ रहेगी, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा दूसरा नेता मिलना नामुमकिन है. पारस ने अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद कहा, ‘हमारी पार्टी 100 प्रतिशत भाजपा के साथ है. बैठक में भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लिया गया’।
वहीं कांग्रेस ने बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मंगलवार को कहा कि प्रदेश में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत करने में मदद के लिए वह गैर-भाजपा सरकार का समर्थन करेगी। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश में आरजेडी के फैसले और अपने विधायकों की राय के आधार पर आगे कदम उठाएगी। पार्टी के भीतर इस पर सहमति है कि सत्ता परिवर्तन होने पर वह गैर भाजपा सरकार के साथ होगी. राज्य में कांग्रेस के 19 विधायक हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार ने देश को दिशा दिखाई है। आज नीतीश जी ने जो फैसला लिया, उसके लिए उनको बधाई देता हूं. बीजेपी का काम है जो बिकता है, उसको खरीदो. तेजस्वी ने कहा कि हम चाचा-भतीजे हैं। लड़े भी हैं, आरोप भी लगाएं हैं। हर परिवार में लड़ाई होती है। अभी समय दूसरा है। नीतीश कुमार देश में सबसे अनुभवी सीएम हैं. वहीं शपथ ग्रहण की तारीख पर तेजस्वी ने कहा कि अभी शपथ ग्रहण की तारीख तय नहीं हुई है।
आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव ने कहा कि बीजेपी सबसे बड़ी धोखेबाज़ पार्टी है। बीजेपी का काला चेहरा है, जिस पर करारा तमाचा मिला है। उन्होंने कहा कि मेरी भूमिका जो भी होगी, उसको स्वीकार करेंगे. जनता के लिए काम करेंगे। कांग्रेस भी सरकार में शामिल होगी। हम लोग बड़ी पार्टी होंगे. तेजस्वी सीएम होंगे या डीप्टी सीएम होंगे, यह बाद में तय करेंगे। जनता ने हमें प्रेम दिया था। सरकार का चेहरा कौन होगा, इस पर सस्पेंस है, लेकिन बिहार से बीजेपी को भगाने की शुरुआत हो चुकी है।
वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) भी एनडीए से अलग हो गई है. जीतन राम मांझी की पार्टी ने कहा कि वह महागठबंधन को समर्थन देगी। जीतन राम मांझी ने कहा कि वह अपने चारों विधायकों के साथ महागठबंधन को समर्थन देने का ऐलान करते हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर बड़ा बयान दिया. गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार पीएम बनने का सपना देख रहे हैं, इसलिए NDA से बाहर गए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपना गठबंधन धर्म निभाया है. अगर नीतीश अलग हो रहे हैं तो यह उनका अपना फैसला है. गिरिराज ने कहा कि यह चर्चा चल रही है कि नीतीश कुमार विपक्ष के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में आगे हैं, इसीलिए तेजस्वी यादव के साथ जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी में वैकेंसी नहीं थी, इसलिए वह तेजस्वी यादव के साथ गए हैं।
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि आपको बीजेपी ने सीएम बनाया और आप हमीं से दगा कर गए. पहले आपने लालू का साथ छोड़ा फिर आप हमारे साथ क्यों आए. आपने जंगलराज, भ्रष्टाचार के खिलाफ पहले हल्ला बोला और फिर अब उन्हीं के साथ. हमने कोई पार्टी तोड़ने की साजिश नहीं रची. ये सब बेबुनियायद है।