थाना प्रभारी समेत 18 पुलिसवाले गिरफ्तार, देशभर में वसूली कांड की चर्चा जोरों पर

थाना प्रभारी समेत 18 पुलिसवाले गिरफ्तार, देशभर में वसूली कांड की चर्चा  जोरों पर

नेशनल जगत विजन डेस्क।

थाना प्रभारी समेत 18 पुलिसवाले गिरफ्तार, देशभर में वसूली कांड की चर्चा जोरों पर , छत्तीसगढ़ की विष्णु देव सरकार से जनता जानना चाहती है क्या इसी तरह की कार्यवाही महादेव सट्टा एप में फंसे आई ए एस और अन्य अधिकारियों पर कार्यवाही करेगी?
उत्तर प्रदेश: बलिया में जबरन वसूली के मामले में निलंबित होने के बाद फरार हुए नरही थाना प्रभारी को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस बात की जानकारी पुलिस उप महानिरीक्षक (आजमगढ़ जोन) वैभव कृष्ण ने दी। उन्होंने बताया कि बलिया के नरही थाने में तैनात पन्ने लाल उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा पर नरही इलाके में ट्रक चालकों से कथित जबरन वसूली के मामले में वांछित था। पन्ने लाल की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि चार अभी भी फरार हैं।
25 जुलाई को कृष्णा ने पत्रकारों को बताया था कि पुलिस ने इस जिले के नरही इलाके में यूपी-बिहार सीमा पर पुलिसकर्मियों द्वारा चलाए जा रहे अवैध वसूली रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। मामले में दो पुलिसकर्मियों और 16 दलालों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में यहां कोरंटाडीह पुलिस चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों और नरही थाने के एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है।
वसूली कांड के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी का तबादला करने और सदर पुलिस उपाधीक्षक शुभ सूचित को निलंबित करने का आदेश जारी किया था. साथ ही तीनों अधिकारियों की संपत्तियों की जांच के भी आदेश दिए गए हैं । अधिकारियों ने बताया कि 25 जुलाई को इलाके में छापेमारी की गई थी और दो पुलिसकर्मियों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया था । डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण और एडीजी वाराणसी जोन पियूष ने ज्वाइंट ऑपरेशन में इस पूरे मामले का खुलासा किया था। ऑपरेशन के बाद डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण और एडीजी वाराणसी जोन पियूष ने बताया कि नरही थाने के पुलिसकर्मियों की तरफ से यूपी-बिहार बॉर्डर पर दिन करीब 5 लाख रुपये की वसूली की जाती थी । क्योंकि हर दिन बॉर्डर से करीब 1000 ट्रक गुजरते थे और सभी ट्रकों से 500 रुपये लिया जाता था । क्या छत्तीसगढ़ की विष्णु देव सरकार इसी तरह की कार्यवाही महादेव सट्टा एप में फंसे आई पी एस और एडीशनल एस पी एंव नेताओं पर कार्यवाही करेगी यह छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है क्योंकि जिस भ्रष्टाचार के बदौलत यह विष्णु देव की सुशासन सरकार आई है यह वही महादेव सट्टा एप है जिसे लेकर पुरे विधानसभा चुनाव के दौरान देश के प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने अपने अंदाज में भगवान महादेव को भी नहीं छोड़ने वाले भरष्टाचारियों पर कार्यवाही की मोदी की गारंटी है किसी को भी नहीं छोड़ा जायेगा बोल कर छत्तीसगढ़ में एक बार पुनः सत्ता प्राप्त किए हैं अब उन्ही भ्रष्टाचारियों को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है क्या उन्ही भ्रष्टाचारियों के सहयोग और मिली भगत से यह विष्णु देव की सरकार चल रही है यह सब छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है।

Rajnish pandey

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